जयपुर. राज्यसभा चुनाव के मतदान में भाजपा ने एक सीट तो जीत ली, लेकिन इस चुनाव में एक विधायक का वोट खारिज होने से भाजपा की करारी फजीहत भी हुई है. हालांकि इस फजीहत को अब पार्टी से जुड़े नेता ढकने में लगे हैं. भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया का कहना है यह बाय डिफॉल्ट है. क्योंकि यदि इंटेंशन होता तो वह खारिज नहीं होता बल्कि क्रॉस वोट होता.
पूनिया के अनुसार फिगर साफ था की एक सीट हमें जितनी थी और 2 सीट कांग्रेस को, लेकिन इस पूरे घटनाक्रम में एक बड़ी उपलब्धि की बात यह है कि इस पूरे चुनाव के दौरान प्रदेश सरकार पीठ के बल आ गई.
पूनिया के अनुसार कांग्रेस विधायकों की बाड़ेबंदी के दौरान ऐसी कई चीजें हुई जो आज नहीं तो कल जनता के सामने आएगी. इस पूरे घटनाक्रम से लोगों को स्मृति भी हो गई कि लोकतंत्र को डैमेज करने वाली पार्टी किस तरह के प्रलोभन अपने विधायकों को देती है. 10 दिन के भीतर बहुत कुछ ऐसा हुआ जो आने वाले दिनों में जनता के सामने भी आएगा.
गलती करने वाला विधायक कौन पर भाजपा मौन
राज्यसभा चुनाव में मतदान के दौरान बीजेपी का एक वोट खारिज हुआ, लेकिन यह वोट किसका था और गलती करने वाला भाजपा का विधायक कौन था. इसपर भाजपा के नेता मौन हैं. भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया से भी जब इस बारे में सवाल पूछा गया तो उन्होंने कहा कि इसका पता नहीं लगाया जा सकता और ऐसे भी क्रॉस वोटिंग होती तो हम इस बारे में सफाई देते, लेकिन ऐसा नहीं हुआ.