जयपुर. राजस्थान कांग्रेस और सरकार में चल रहे सियासी उठापटक के बीच अब प्रमुख विपक्षी दल भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया ने सोशल मीडिया पर पोस्ट डाल कर कटाक्ष किया है. जिसमें उन्होंने कहा है कि राजस्थान में कांग्रेस की सरकार और संगठन अंतिम सांसे ले रहा है. पूनिया ने जब यह ट्वीट किया तो उस दौरान वह चूरू में थे लेकिन उनकी सोशल मीडिया पोस्ट के बाद प्रदेश की सियासत में एक नया उफान आ गया है.
रविवार को ही ईटीवी भारत से खास बातचीत के दौरान नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया ने भी कहा था कि प्रदेश की गहलोत सरकार 5 साल का कार्यकाल पूरा नहीं करेगी और यदि करेगी तो ये प्रदेश का दुर्भाग्य होगा. कटारिया ने यह भी कहा था कि अच्छा तो यही होगा कि सरकार चुनाव में चला जाया जाए. जिससे जनता के हितों की रक्षा तो हो सके.
कटारिया के इंटरव्यू के कुछ ही मिनट बाद पूनिया ने ट्वीट के जरिए कुछ ऐसे ही सियासी संकेत देने की कोशिश की हैं. हालांकि, यह बयान और ट्वीट पिछले दिनों कांग्रेस विधायक रमेश मीणा, वेद प्रकाश सोलंकी और मुरारी लाल मीणा के कांग्रेस सरकार और संगठन में एससी-एसटी और अल्पसंख्यक विधायकों की हो रही उपेक्षा के बयान के बाद आया है. संभवता इसे प्रदेश सरकार पर आए सियासी संकट के तौर पर ही देखा जा सकता है.
गहलोत और कांग्रेस नेता लगाते आए हैं भाजपा पर सरकार तोड़ने का आरोप
कुछ महीने पहले जब प्रदेश सरकार पर सियासी संकट आया था, तब भी मुख्यमंत्री अशोक गहलोत सहित कांग्रेस के कई नेताओं ने भाजपा और बीजेपी के कई केंद्रीय नेताओं पर राजस्थान सहित अन्य प्रदेशों में कांग्रेस शासित सरकारें कमजोर करने और तोड़ने का आरोप लगाया था.
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मुख्यमंत्री ने बकायदा राजस्थान भाजपा के वरिष्ठ नेताओं पर भी इस मामले में सीधे तौर पर जुबानी हमला किया था. तब भाजपा ने इसका खंडन किया था लेकिन आज एक बार फिर जिस प्रकार के बयान और ट्वीट भाजपा नेताओं ने किया है, वह प्रदेश की राजनीति में एक बार फिर नए सियासी उबाल के संकेत माने जा सकते हैं.