जयपुर. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की अध्यक्षता में हुई केंद्रीय मंत्रिमंडल की बैठक में खरीफ की 14 फसलों का समर्थन मूल्य बढ़ाया गया है. इसको लेकर भाजपा प्रदेश अध्यक्ष डॉ. सतीश पूनिया का कहना है कि स्वामीनाथ आयोग की सिफारिशों के अनुसार प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी सरकार ने खरीफ की 14 फसलों का समर्थन मूल्य बढ़ाकर किसानों के हित में ऐतिहासिक फैसला लिया है.
इसके साथ ही उन्होंने कहा कि इससे देश और प्रदेश के किसानों को संबल मिलेगा. फसलों को अच्छा दाम मिलने से उनकी आर्थिक स्थिति में सुधार होगा. उन्होंने कहा कि इससे पहले भी रबी की कई फसलों का समर्थन मूल्य और खरीद क्षमता बढ़ाकर भी मोदी सरकार ने किसानों के हित में कल्याणकारी फैसला लिया था.
डॉ. पूनिया ने कहा कि केन्द्र सरकार के इस फैसले से न्यूनतम समर्थन मूल्य फसल की कुल लागत का डेढ़ गुना करने का वादा सरकार ने पूरा कर दिया है. साथ ही बैंकों द्वारा खेती एवं उससे जुड़े कामधंधों के लिए 3 लाख रुपये तक अल्पकालिक भुगतान की तिथि भी 31 अगस्त तक के लिए बढ़ा दी है, इसको लेकर समय से भुगतान करने पर 3 प्रतिशत की छूट दी जा रही है.
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पूनिया ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी कल्याणकारी योजनाओं से किसानों सहित सभी तबकों को आर्थिक रूप से मजबूत कर आत्मनिर्भर बनाने पर विशेष ध्यान दे रहे हैं. भाजपा प्रदेश अध्यक्ष का कहना है कि आत्मनिर्भर भारत अभियान के 20 लाख करोड़ रुपये के आर्थिक पैकेज से केन्द्र की मोदी सरकार किसानों, लघु और सूक्ष्म उद्यमियों (एमएसएमई) को मजबूत कर आर्थिक विकास दर को सुदृढ करने पर विशेष ध्यान दे रही है.
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उन्होंने कहा कि डॉ. पूनिया ने कहा कि, लघु, सूक्ष्म और मध्यम उद्योगों की नींव को और मजबूत करने को लेकर मोदी सरकार हर संभव संसाधन उपलब्ध कराने और बाजार का माहौल तैयार करने में जुटी हुई है, जिससे श्रमिक और मध्यम वर्ग के जीवन स्तर में भी सम्मान के साथ सुधार हो सकेगा.
डॉ. पूनिया का कहना है कि लघु, सूक्ष्म और मध्यम उद्योगों की परिभाषा स्पष्ट कर बाजार को नये रास्ते पर ले जाने का ऐतिहासिक फैसला लिया है, जिससे ये उद्यमी बिना किसी चिंता के आगे बढ़ पाएंगे. उन्होंने कहा कि एमएसएमई की परिभाषा को संशोधित कर निवेश की सीमा बढ़ाकर एक करोड़ के निवेश और पांच करोड़ का कारोबार कर दिया है. ऐसे ही लघु और मध्यम इकाइयों को लेकर निवेश और कारोबार की सीमा बढ़ा दी है.
साथ ही यह भी अच्छा फैसला लिया है कि निर्यात में एमएसएमई को किसी भी टर्नओवर में नहीं गिना जाएगा. डॉ. सतीश पूनिया ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने भारतीय उद्योग परिसंघ (सीआईआई) के कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कारोबारियों को पूरा भरोसा दिया कि वे उनके हर कदम पर साथ हैं.