जयपुर. भाजपा प्रदेश अध्यक्ष डॉ. सतीश पूनिया (Staish Poonia) का कहना है कि मिशन 2023 (Mission 2023) में पार्टी अपनी खूबियों व संगठन की ताकत के आधार पर सत्ता में आएगी. पूनिया ने ये दावा भाजपा देहात जिला उत्तर व दक्षिण की चिंतन बैठक (contemplation meeting) किया.
गौरतलब है कि प्रदेश भाजपा इकाई नेतृत्व के निर्देश पर प्रदेश के सभी 44 संगठनात्मक जिलों में चिंतन बैठकों के आयोजन के संगठनात्मक कार्यक्रम चल रहे हैं. पूनिया ने मंगलवार को भाजपा देहात जिला उत्तर व देहात जिला दक्षिण की चिंतन बैठकों को चौमूं और बाड़ा पदमपुरा में सम्बोधित किया.
भाजपा देहात जिला उत्तर व दक्षिण की चिंतन बैठक में पूनिया ने संगठन की कार्यपद्धति, अभेद्य मजबूती एवं आगामी कार्ययोजना सहित विभिन्न महत्वपूर्ण बिंदुओं पर विस्तृत संवाद किया. पूनिया के साथ आज चिंतन बैठकों के विभिन्न सत्रों में प्रदेश महामंत्री मदन दिलावर, सांसद जसकौर मीणा, पूर्व विधानसभा उपाध्यक्ष राव राजेन्द्र, विधायक वासुदेव देवनानी, विधायक रामलाल शर्मा, पूर्व विधायक फूलचंद भिण्डा इत्यादि प्रमुख नेताओं ने भी सम्बोधित किया. चिंतन बैठक में विभिन्न राजनैतिक, सामाजिक व जनहित के मुद्दों पर चर्चा, सशक्त मंडल, सशक्त बूथ, सशक्त शक्ति केन्द्र इत्यादि पर विशेष जोर देते हुए मिशन 2023 में पार्टी अपनी खूबियों व संगठन की ताकत के आधार पर सत्ता में आयेगी, इस पर विस्तार से चर्चा की गई.
पढ़ें: Vasundhara Mewar Tour : राजे की मेवाड़ यात्रा के समय को लेकर कटारिया ने कही ये बड़ी बात...
इस अवसर पर जिला प्रभारी शत्रुघ्न गौतम, सह प्रभारी विमल अग्रवाल, देहात उत्तर जिला अध्यक्ष जितेन्द्र शर्मा, देहात दक्षिण जिला अध्यक्ष रामानन्द गुर्जर, पूर्व विधायक लक्ष्मीनारायण बैरवा, डॉ. प्रेमचन्द बैरवा, कन्हैया लाल मीना, जिला पदाधिकारी व अपेक्षित सभी लोग उपस्थित रहे.
चिंतन बैठकों में राष्ट्रीय महामंत्री एवं प्रदेश प्रभारी अरूण सिंह, पूनिया, प्रदेश संगठन महामंत्री चन्द्रेशखर, सह-प्रभारी व सांसद डॉ. भारती बेन शियाल, नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया, उपनेता प्रतिपक्ष राजेन्द्र राठौड़ इत्यादि प्रमुख नेता विभिन्न जिलों में पहुंचकर चिंतन बैठकों को सम्बोधित कर रहे हैं. चिंतन बैठकों में पार्टी की रीति-नीति, संगठनात्मक, बूथ, मंडल और शक्ति केन्द्रों पर पार्टी की अभेद्य मजबूती, आगामी कार्ययोजना, मिशन 2023, राज्य की कांग्रेस सरकार की जनविरोधी नीतियों को लेकर आगामी आंदोलन की रणनीति इत्यादि महत्वपूर्ण बिंदुओं पर चर्चा की जा रही है.