जयपुर. संस्कृत शिक्षा में सूचना एवं संचार तकनीक के प्रयोग को बढ़ावा देने के लिए राजस्थान राज्य संस्कृत शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण संस्थान महापुरा, जयपुर ने देववाणी मोबाइल एप्लीकेशन तैयार की है. जिसका संस्कृत शिक्षा मंत्री डॉ. सुभाष गर्ग ने लोकार्पण किया. ये एप ना सिर्फ विभाग के छात्रों के लिए बल्कि अध्यापकों के शिक्षण कौशल को बढ़ाने में भी मददगार साबित होगा.
वर्तमान में कोरोना महामारी के कारण विद्यार्थियों के शिक्षण में हो रही क्षति की भरपाई के लिए तकनीक का सहारा लिया जा रहा है. इसी कड़ी में मंगलवार को संस्कृत शिक्षा से जुड़े छात्रों के लिए देववाणी एप को लांच किया गया. जिसके माध्यम से विद्यार्थियों को गुणवत्तापूर्ण ई-कंटेंट उपलब्ध कराया जाएगा.
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इस एप का उद्देश्य संस्कृत शिक्षा में अध्ययनरत छात्रों को ई-लर्निंग और एम-लर्निंग के अवसर मुहैया कराना है. संस्कृत शिक्षा मंत्री डॉ. सुभाष गर्ग ने देववाणी मोबाइल एप्लीकेशन की प्रशंसा करते हुए कहा कि इसे छात्रों के साथ-साथ शिक्षकों के लिए भी सहायक बताया. डॉ. गर्ग ने बताया कि देववाणी एप में कक्षा विषय और अध्याय के अनुसार ई-कंटेंट उपलब्ध कराया गया है. साथ ही इसमें प्रत्येक अध्याय के साथ ऑनलाइन टेस्ट की भी सुविधा है.
इसके साथ ही करीब 499 वीडियो भी उपलब्ध कराए गए हैं. जिससे संस्कृत शिक्षा के तकरीबन 25 हजार विद्यार्थी लाभान्वित होंगे. इस दौरान उन्होंने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में नेट की कनेक्टिविटी कम रहती है. ऐसे में छात्र राजीव गांधी सेवा केंद्रों के माध्यम से इस सुविधा का लाभ ले सकेंगे.
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बता दें कि इस एप में सिंगल क्लिक गूगल साइन इन कर विद्यार्थी और अध्यापक रजिस्ट्रेशन कर सकते हैं. देववाणी एप में विभागीय और शैक्षणिक वेबसाइट के लिंक, स्वयं मूल्यांकन के लिए क्विज और महत्वपूर्ण सूचनाओं के नोटिफिकेशन अलर्ट की सुविधा भी उपलब्ध होगी. साथ ही छात्र ऑनलाइन शंका का समाधान भी कर सकेंगे.