जयपुर. राजस्थान के उदयपुर संभाग में डूंगरपुर में बीते 3 दिन से चल रही हिंसक घटनाएं अब काफी हद तक थम चुकी है. राज्य सरकार ने भी इसे लेकर निर्णय लिया है कि वह सुप्रीम कोर्ट में एसएलपी दायर करेगी. वहीं इस मामले में सचिन पायलट ने प्रेस वार्ता की.
इस मामले पर बोलते हुए प्रदेश के पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष सचिन पायलट ने कहा कि हिंसा किसी भी मुद्दे का समाधान नहीं हो सकती है. इसलिए वो सबसे अपील करते हैं कि जो व्यक्ति अपनी मांगों को मनवाना चाहते हैं. वह सरकार के सामने बैठकर चर्चा करें और अपने मांगे रखें, लेकिन हिंसा करके, संपत्ति को नष्ट करके, कानून को अपने हाथ में लेकर अगर कोई कार्रवाई करता है तो उसे कोई भी एक्सेप्ट नहीं कर सकता है.
उन्होंने कहा कि सरकार हर कोशिश कर रही है कि यह मुद्दा शांत हो लेकिन कई ऐसे तत्व इस आंदोलन में शामिल हो गए हैं, जो लोगों को भड़काने का काम कर रहे हैं. सरकार ने सब से अपील की है कि बैठकर चर्चा की जाए और जो भी मांगे हैं उन पर न्याय पूर्ण तरीके से समाधान निकालने का प्रयास हो सके.
पायलट ने कहा कि यह आंदोलन ऐसा नहीं था कि कोई पहले सोच सकता था कि इसमें हिंसा हो सकती है. इसमें कोई न कोई ऐसी ताकत होगी जो प्रदेश का माहौल खराब करना चाहती है और उन्हीं ने इस घटना को अंजाम दिया है. उन्होंने कहा कि प्रदेश के आदिवासी हिंसा में भरोसा नहीं करते हैं और राजस्थान का नौजवान भी कभी हिंसा में विश्वास नहीं करता. आदिवासी हम सब के करीबी हैं और करीबी रहेंगे अगर किसी ने हिंसा भड़काने का काम किया है या गलतफहमी बनाई है तो उसके खिलाफ कानूनी कार्रवाई भी होनी चाहिए.
वहीं उन्होंने कहा कि सरकार कोई भी हो उसे कोर्ट और कानून को ध्यान रखते हुए कार्रवाई करनी होती है. कोई भी सरकार कानूनी दायरे से बाहर जाकर कोई वादा नहीं कर सकती है. कुछ लोगों ने अपना हित साधने के लिए अफवाह फैलाई इसी कारण यह घटनाएं हुई और सड़कों को जाम किया गया और संपत्ति को नुकसान पहुंचाया गया.