जयपुर. राजस्थान में एक ओर मुख्यमंत्री की कुर्सी को लेकर पायलट-गहलोत गुट के नेता आमने-सामने आ रहे हैं, लेकिन इस बीच झुंझुनू में उदयपुरवाटी जिला बने या नीमकाथाना, इसे लेकर पायलट गुट के मंत्री-विधायक ही आमने-सामने हो गए हैं. जहां लगातार विधानसभा में झुंझुनू के नीमकाथाना को जिला बनाने की मांग लंबे समय से चल रही है और नीमकाथाना के वर्तमान विधायक सुरेश मोदी भी लगातार नीमकाथाना को जिला बनाने की कोशिशों में जुटे हुए हैं, तो वहीं दूसरी ओर झुंझुनू से ही आने वाले मंत्री राजेंद्र गुढ़ा ने नीमकाथाना को जिला बनाने की मांग का विरोध शुरू कर दिया है.
खास बात यह है कि राजेंद्र गुड्डा हों या सुरेश मोदी, दोनों ही सचिन पायलट कैंप से आते हैं और दोनों अपने-अपने क्षेत्र को जिला बनाने की मांग को लेकर (Sachin Pilot Camp Neemkathana Controversy) आमने-सामने हो गए हैं. मंत्री राजेंद्र गुढ़ा ने कहा कि जिलों की मांग तो फलोदी, बालोतरा, ब्यावर, डीडवाना, लाडनूं की भी हो रही है और हमारे झुंझुनू में भी कुछ जिले बनाने को लेकर यह मांग चल रही है. इसके साथ ही राजेंद्र गुढ़ा ने नीमकाथाना को जिला बनाने की मांग का विरोध करते हुए कहा कि नीमकाथाना से बेहतर तो उदयपुरवाटी होगा, जिसमें खंडेला और खेतड़ी को भी जोड़ा जा सकता है.
राजेंद्र गुढ़ा ने कहा कि मेरी जानकारी में तो नीमकाथाना जिला नहीं बन रहा है, केवल राजनीतिक बयानबाजी के चलते नीमकाथाना को (Rajendra Alleged Suresh Modi) जिला बनाने की मांग की जा रही है. उन्होंने कहा कि इस मांग में कोई दम नहीं है और विधायक सुरेश मोदी केवल वोट लेने के लिए यह बात कह रहे हैं. क्योंकि उन्होंने चुनाव में भी यह वादा किया होगा.
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ऐसे में उनकी यह कोशिश होगी कि नीमकाथाना जिला बने, लेकिन मेरे हिसाब से नीमकाथाना को जिला बनाने की बात नहीं हो रही और किसी भी हाल में हम उदयपुरवाटी के लोग नीमकाथाना में नहीं जा रहे. वहीं, सुरेश मोदी ने भी साफ किया है कि भले ही कोई कुछ भी कहे, लेकिन झुंझुनू में नया जिला बनने की बारी सबसे पहले नीमकाथाना की ही है.