जयपुर. लाहोटी-सुमन शर्मा विवाद अब तूल पकड़ते नजर आ रहा है. वहीं, इस मामले में मालवीय नगर के पार्टी से जुड़े जनप्रतिनिधि और पदाधिकारी शुक्रवार को प्रदेश भाजपा मुख्यालय पहुंचे और लाहोटी पर कार्रवाई की मांग पर करीब 3 घंटे तक यहां डेरा डाले रखा. हालांकि, इस बीच बड़ा सवाल केवल यही है कि 23 अगस्त को धरने के दौरान जो टीका-टिप्पणी हुई उसके लिए सिर्फ अकेले लाहोटी ही जिम्मेदार हैं या इसमें शामिल अन्य नेता भी.
पार्षद, वार्ड अध्यक्ष और मंडल कार्यकारिणी सदस्यों में आक्रोश...
अशोक लाहोटी के विवादित वक्तव्य से आहत कालीचरण सराफ और सुमन शर्मा के समर्थक चाहते हैं कि पार्टी के स्तर पर विधायक अशोक लाहोटी के खिलाफ कार्रवाई की जाए. यही कारण है कि मालवीय नगर में आने वाले सभी वार्ड और मंडल से जुड़े कार्यकर्ता, पदाधिकारी व भाजपा पार्षद शुक्रवार सुबह पार्टी मुख्यालय पहुंचे. हालांकि ये यहां संगठन महामंत्री चंद्रशेखर से मिलना चाहते थे, लेकिन उनके ना होने पर यह कार्यकर्ता और जनप्रतिनिधि पार्टी मुख्यालय में डेरा जमा कर बैठ गए.
वहीं, करीब 3 घंटे के लंबे इंतजार के बाद जयपुर शहर अध्यक्ष मोहनलाल गुप्ता और पार्टी के प्रदेश उपाध्यक्ष ज्ञानदेव आहूजा व प्रदेश मंत्री मुकेश दाधीच यहां पहुंचे और नाराज कार्यकर्ताओं, पदाधिकारियों से ज्ञापन लिया. इस दौरान शर्मा समर्थकों ने मोहनलाल गुप्ता से लाहोटी के खिलाफ कार्रवाई की मांग की.
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हालांकि, विधायक अशोक लाहोटी ने जब यह विवादित टिप्पणी की थी उस दौरान धरने में खुद शहर अध्यक्ष मोहनलाल गुप्ता भी मौजूद थे और अब गुप्ता को ही लाहोटी के खिलाफ ज्ञापन दिया गया है. वहीं, गुप्ता इस पूरे घटनाक्रम को भाजपा परिवार के भीतर बैठ कर ही निपटाने की बात कहते हैं और महिलाओं को मां लक्ष्मी और सरस्वती की तरह सम्मान देने की बात कहते हैं.
सराफ और सुमन शर्मा के समर्थकों ने की कार्रवाई की मांग...
बहरहाल कालीचरण सराफ और सुमन शर्मा के समर्थक अब लाहोटी के खिलाफ कार्रवाई के लिए संगठन पर दबाव बना रहे हैं. लेकिन 23 अगस्त को बीजेपी के धरने के दौरान इस प्रकार की टीका-टिप्पणी करने वाले अकेले विधायक अशोक लाहोटी ही नहीं थे, बल्कि अन्य नेता भी थे और जब यह वाकया हुआ तो धरने में मौजूद तमाम बीजेपी नेताओं ने इसे हंसी में उड़ा दिया. अब इस मामले में अकेले लाहोटी को टारगेट किया जा रहा है. ये कहीं ना कहीं शहर भाजपा नेताओं के बीच पहले से चली आ रही अदावत का ही परिणाम है और जो सांगानेर विधानसभा चुनाव में टिकट की दावेदारी से शुरू हुआ था और अब तक जारी है.