जयपुर. राजस्थान विधानसभा में अनुसूचित जाति जनजाति विकास निधि विधेयक चर्चा के दौरान निर्दलीय विधायक संयम लोढ़ा के एक बयान पर भाजपा विधायक बिफर गए (Ruckus in the Rajasthan assembly) और तीखी नोकझोंक हो गई. इस बीच विरोध में उतरे भाजपा विधायक नारेबाजी करते हुए वेल तक (BJP mla reached the well while protest) पहुंच गए. आलम यह रहा कि राजेन्द्र राठौड़ ने लोढ़ा को गुलाम मानसिकता का बताया तो संयम ने भी कहा कि मैं आपकी तरह उन लोगों का साथ नहीं देता जो औरतों को जलाने की घटना का समर्थन करते हैं.
दरअसल विधेयक पर बोलते हुए निर्दलीय विधायक संयम लोढ़ा को बीच में भाजपा विधायक अनिता भदेल ने टोक दिया. इसपर भदेल ने सीधे तौर पर विधायक का नाम नहीं लिया और आसन से कहा कि विषय पर ही बोलना है और यह व्यवस्था सभी विधायकों के लिए समान होनी चाहिए जिस पर संयम लोढ़ा भड़क गए. उन्होंने कहा कि अजमेर से आने वाली विधायक अभी कह रहीं थीं कि अंबेडकर को नेहरू और कांग्रेस ने चुनाव हरवाया. जिस लहजे में अनिता भदेल को यह बात कही गई उसके बाद सदन में मौजूद भाजपा विधायक भड़क गए और संयम लोढ़ा पर दलित महिला सदस्य को धमकाने का आरोप लगाने लगे.
इस बीच राजेंद्र राठौड़ ने कहा कि इनसे और उम्मीद भी क्या की जा सकती है. यह तो पहले ही खुद को गांधी और नेहरू परिवार का गुलाम बता चुके हैं. इस पर संयम लोढ़ा ने कहा कि मैं आपकी तरह उन लोगों का साथ नहीं देता जो औरतों को जिंदा जलाने का समर्थन करते हैं. आपने औरतों को जिंदा जलाने की घटना का समर्थन किया था. इसपर राठौड़ ने कहा कि माननीय सदस्य अपना मानसिक संतुलन खो बैठे हैं.
हंगामे के दौरान संयम लोढ़ा ने कहा कि महात्मा गांधी ने ही जवाहरलाल नेहरू को बुलाकर कहा था कि अंबेडकर इस देश का सम्मान हैं. इन्हें संविधान निर्मात्री सभा का अध्यक्ष बनाएं और नेहरू सरकार में ही अंबेडकर को कानून मंत्री बनाया था. इस बीच भाजपा विधायक जोगेश्वर गर्ग ने कहा कि एक दिन सदन में इस विषय पर भी चर्चा करा लो तब संयम लोढ़ा ने अंबेडकर को आप लोगों के कारण ही अपने धर्म का त्याग करना पड़ा. इस पर भाजपा विधायक भड़क गए और वेल में आकर हंगामा करने लगे. इस पर सभापति जेपी चंदेलिया ने सदस्यों को शांत रहने के लिए निर्देश दिया.