जयपुर. राजस्थान विधानसभा में आज बजट पर बहस के दौरान निर्दलीय विधायक संयम लोढ़ा की टिप्पणियों पर हंगामा हो गया. संयम लोढ़ा ने दिल्ली में सीएए के खिलाफ प्रदर्शन पर भाजपा नेताओं के बयानों पर निशाना साधा. विधायक ने कहा कि आज देश में गद्दारों की बातें हो रही हैं. अपनी बात को आगे बढ़ाते हुए विधायक ने कहा कि गद्दार वो हैं, जिन्होंने जिन्ना की मजार पर फूल चढ़ाए, जो पाकिस्तान के पीएम का जन्मदिन मनाने बिना बुलाए पहुंच गए और दूसरों पर सवाल उठाते हैं.
संयम लोढ़ा की इन टिप्पणियों पर भाजपा विधायकों ने कड़ी आपत्ति दर्ज की और कहा इस तरीके के आरोप लगाए तो बात दूर तक जाएगी. सदन में कुछ देर के लिए इस बात पर हंगामें की स्थिति बन गई. सभापति के बीच बचाव करने के बाद हंगामा शांत हुआ, लेकिन संयम लोढ़ा यहीं नहीं रुके उन्होंने पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे का नाम लेते हुए कहा कि जन आधार कार्ड राजस्थान सरकार को प्रदेश में इसलिए हटाना पड़ा, क्योंकि 400 करोड़ रुपए खर्च करके पूर्ववर्ती भाजपा सरकार ने अपनी पार्टी के झंडे के रंग उस कार्ड पर लगाएं और अपनी मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे का ही उस पर फोटो लगा दिया. जन आधार कार्ड का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि क्या भाजपा यह सोचकर चल रही थी कि वह हमेशा के लिए सरकार में रहेगी.
तो वहीं संयम लोढ़ा ने सदन में गुरु गोलवलकर के नाम से भाजपा राज में योजना चलाने पर सवाल उठाते हुए कहा कि गोलवलकर कौन है, जिनके नाम से भाजपा ने योजनाएं चलाई. गोलवलकर ने भारतीय संविधान और तिरंगे पर सवाल उठाए, उनका नाम क्यों चलाते हो.
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दरअसल, यह पहला मामला नहीं है जब सदन में संयम लोढ़ा की टिप्पणियों पर हंगामा हुआ हो. संसदीय कार्य मंत्री शांति धारीवाल और निर्दलीय विधायक संयम लोढ़ा सदन में आरएसएस के पुराने सरसंघ चालकों को लेकर टिप्पणियां करते हैं, गोलवलकर को लेकर भी पहले सदन में हंगामा हो चुका है, हाल ही में राज्य सरकार ने गुरु गोलवलकर योजना का नाम भी बदल दिया है और विचारधारा की यह लड़ाई सदन के अंदर कई बार तल्ख होती दिखाई दी है.