जयपुर. योग गुरु बाबा रामदेव के खिलाफ जयपुर में परिवाद दर्ज हुआ है. RTI कार्यकर्ता डॉ. संजीव गुप्ता ने गांधी नगर थाने में परिवाद दर्ज करवाया है. मंगलवार को बाबा रामदेव ने कोरोना की दवा 'कोरोलिन' लॉन्च की थी. लॉन्चिंग की प्रक्रिया को RTI कार्यकर्ता ने गलत बताते हुए परिवाद दिया है.
दरअसल, मंगलवार को पंतजलि की ओर से कोरोना की कोरोलिन दवा लॉन्च करने के बाद बाबा रामदेव विवादों में घिर गए हैं. देश में एक तरफ कोरोना की दवा को लेकर तमाम चर्चाएं चल रही हैं. वहीं इसी बीच मंगलवार को योग गुरु बाबा रामदेव ने कोरोना की दवा कोरोलिन को बनाने का दावा कर सभी को चौंका दिया. लेकिन अब दवाई का उनका यही दावा, कानूनी पेचीदगी में फंसता नजर आ रहा है. यही वजह है कि अब जयपुर के गांधी नगर थाने में डॉ. संजीव गुप्ता ने परिवाद दिया है.
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एडिशनल पुलिस कमिश्नर अशोक गुप्ता ने बताया कि, आरटीआई कार्यकर्ता संजीव गुप्ता ने अपने परिवाद में कहा है कि पतंजलि आयुर्वेद हरिद्वार दिव्या फार्मेसी के बाबा रामदेव, आचार्य बालकृष्ण और निम्स यूनिवर्सिटी जयपुर के चेयरमैन डॉ. बलबीर सिंह तोमर ने अपने सहयोगियों के साथ मिलकर दावा किया है कि उन्होंने कोरोना से पीड़ित मरीज को ठीक करने वाली दवा कोरोलिन का आविष्कार किया है. जबकि कोरोना की दवा बनाने का यह दावा आम जनता के साथ एक तरह से धोखाधड़ी है.
ऐसे में पुलिस अब परिवाद देने होने के बाद मामले की जांच पड़ताल में जुट गई है. बता दें कि पहले ही भारत सरकार के आयुष मंत्रालय ने दवा के प्रचार-प्रसार पर रोक लगा दी है. वहीं ICMR और AYUSH ने भी यह कहकर पल्ला झाड़ लिया कि हमें इस बारे में जानकारी नहीं है.