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RTI activist attacked in Barmer: भाजपा ने CM गहलोत से मांगा इस्तीफा, पूनिया बोले- राजस्थान में क्या अभी भी है मुगलों का राज

बाड़मेर में अपहरण और अमानवीय मारपीट की घटना (RTI activist attacked in Barmer) पर भाजपा ने सीएम अशोक गहलोत से इस्तीफा मांगा है. भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया (bjp on RTI activist attacked in Barmer) ने कहा कि क्या राजस्थान में अभी भी मुगलों का राज है.

BJP demands resignation from CM Ashok Gehlot
BJP demands resignation from CM Ashok Gehlot
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Published : Dec 23, 2021, 12:23 PM IST

जयपुर. बाड़मेर में आरटीआई कार्यकर्ता का अपहरण कर हाथों और पैरों में पेचकस घुसाने की घटना ने सियासी रूप ले लिया है. भाजपा ने इस मामले में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से इस्तीफे तक की मांग कर डाली. वहीं, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया ने कहा कि क्या राजस्थान में अभी भी मुगलों का राज है.

पढ़ें- RTI activist attacked in Barmer: शराब माफिया के खिलाफ शिकायत करना पड़ा भारी, आरटीआई कार्यकर्ता पर किया जानलेवा हमला

भाजपा प्रदेश अध्यक्ष ने इस मामले में ट्वीट करते हुए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से जवाब मांगा है. पूनिया ने लिखा 'यह कौन सा लोकतंत्र है, कौनसी और कैसी सरकार है. क्या राजस्थान में अभी भी मुगलों का राज है. पूनिया ने यह लिखा किस गलतफहमी में हैं, जनता एक-एक कील के दर्द का हिसाब लेगी. अपने स्वार्थ के लिए लोकतंत्र का राग अलापने वाले मुख्यमंत्री के पास इसका कोई जवाब है क्या.'

भाजपा विधायक रामलाल शर्मा ने इस मामले में प्रदेश सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि बाड़मेर की घटना हम सब को शर्मसार कर रही है. शर्मा ने कहा कि यह घटना अमानवीय कृत्य है और यह दिख रहा है कि राजस्थान में अपराधियों में कानून का डर नहीं है. शर्मा ने कहा कि मुख्यमंत्री से कानून व्यवस्था नहीं संभल रही है तो उन्हें नैतिकता के आधार पर इस्तीफा दे देना चाहिए.

दीया कुमारी ने भी गहलोत सरकार पर साधा निशाना

राजसमंद सांसद दीया कुमारी ने भी ट्वीट (diya kumari on RTI activist attacked in Barmer) कर कहा कि बाड़मेर में RTI कार्यकर्ता की अवैध शराब बेचने की शिकायत करने पर बदमाशों ने हैवानियत की सारी हदें पार कर दी. पैरों में लोहे की कीलें ठोकने जैसी निर्मम व क्रूरतम घटना की जितनी भी निंदा की जाए कम है. गहलोत राज में मानवता ने दम तोड़ दिया है. मुख्यमंत्री यह कैसा लोकतंत्र जहां भ्रष्टाचार के खिलाफ आवाज उठाने पर ऐसी सजा दी जाती है?

क्या है पूरा मामला...

बाड़मेर जिले के गिड़ा थाना इलाके में कुछ बदमाशों ने आरटीआई कार्यकर्ता अमराराम (RTI activist Amraram) पर जानलेवा हमला कर दिया. हमलावरों ने अमराराम का अपहरण करने के बाद उसकी निर्दयतापूर्वक पिटाई कर उसे अमानवीय यातनायें दी. हमलावरों ने आरटीआई कार्यकर्ता के दोनों पैर और एक हाथ तोड़ दिया. यही नहीं क्रूरता की हदें पार करते हुये उसके पैरों में कील ठोक दी. पांवों में सरिया डालकर घुमाया. उसके बाद उसे गांव के पास सड़क किनारे फेंक गये.

पढ़ें- State Human Rights Commission Notice: बाड़मेर के युवक पर जानलेवा हमला और पैरों में कील गाड़ने के मामला, अफसरों से मांगा जवाब

जानकारी के अनुसार आरटीआई कार्यकर्ता अमराराम गोदारा लगातार शराब माफियाओं के खिलाफ पुलिस को जानकारी दे रहा था. इसके साथ ही वह ग्राम पंचायत में होने वाले घोटालों को लेकर भी एक्टिविस्ट का काम कर रहा था. गत मंगलवार को शाम के समय अमराराम जोधपुर से रवाना होकर अपने गांव आ रहा था. इसी दौरान बदमाशों ने उसका अपहरण कर लिया. बाद में सुनसान जगह पर ले जाकर उसे क्रूरतापूर्वक पीटा. इसके बाद ग्रामीणों ने पुलिस को सूचना दी.

जयपुर. बाड़मेर में आरटीआई कार्यकर्ता का अपहरण कर हाथों और पैरों में पेचकस घुसाने की घटना ने सियासी रूप ले लिया है. भाजपा ने इस मामले में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से इस्तीफे तक की मांग कर डाली. वहीं, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया ने कहा कि क्या राजस्थान में अभी भी मुगलों का राज है.

पढ़ें- RTI activist attacked in Barmer: शराब माफिया के खिलाफ शिकायत करना पड़ा भारी, आरटीआई कार्यकर्ता पर किया जानलेवा हमला

भाजपा प्रदेश अध्यक्ष ने इस मामले में ट्वीट करते हुए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से जवाब मांगा है. पूनिया ने लिखा 'यह कौन सा लोकतंत्र है, कौनसी और कैसी सरकार है. क्या राजस्थान में अभी भी मुगलों का राज है. पूनिया ने यह लिखा किस गलतफहमी में हैं, जनता एक-एक कील के दर्द का हिसाब लेगी. अपने स्वार्थ के लिए लोकतंत्र का राग अलापने वाले मुख्यमंत्री के पास इसका कोई जवाब है क्या.'

भाजपा विधायक रामलाल शर्मा ने इस मामले में प्रदेश सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि बाड़मेर की घटना हम सब को शर्मसार कर रही है. शर्मा ने कहा कि यह घटना अमानवीय कृत्य है और यह दिख रहा है कि राजस्थान में अपराधियों में कानून का डर नहीं है. शर्मा ने कहा कि मुख्यमंत्री से कानून व्यवस्था नहीं संभल रही है तो उन्हें नैतिकता के आधार पर इस्तीफा दे देना चाहिए.

दीया कुमारी ने भी गहलोत सरकार पर साधा निशाना

राजसमंद सांसद दीया कुमारी ने भी ट्वीट (diya kumari on RTI activist attacked in Barmer) कर कहा कि बाड़मेर में RTI कार्यकर्ता की अवैध शराब बेचने की शिकायत करने पर बदमाशों ने हैवानियत की सारी हदें पार कर दी. पैरों में लोहे की कीलें ठोकने जैसी निर्मम व क्रूरतम घटना की जितनी भी निंदा की जाए कम है. गहलोत राज में मानवता ने दम तोड़ दिया है. मुख्यमंत्री यह कैसा लोकतंत्र जहां भ्रष्टाचार के खिलाफ आवाज उठाने पर ऐसी सजा दी जाती है?

क्या है पूरा मामला...

बाड़मेर जिले के गिड़ा थाना इलाके में कुछ बदमाशों ने आरटीआई कार्यकर्ता अमराराम (RTI activist Amraram) पर जानलेवा हमला कर दिया. हमलावरों ने अमराराम का अपहरण करने के बाद उसकी निर्दयतापूर्वक पिटाई कर उसे अमानवीय यातनायें दी. हमलावरों ने आरटीआई कार्यकर्ता के दोनों पैर और एक हाथ तोड़ दिया. यही नहीं क्रूरता की हदें पार करते हुये उसके पैरों में कील ठोक दी. पांवों में सरिया डालकर घुमाया. उसके बाद उसे गांव के पास सड़क किनारे फेंक गये.

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जानकारी के अनुसार आरटीआई कार्यकर्ता अमराराम गोदारा लगातार शराब माफियाओं के खिलाफ पुलिस को जानकारी दे रहा था. इसके साथ ही वह ग्राम पंचायत में होने वाले घोटालों को लेकर भी एक्टिविस्ट का काम कर रहा था. गत मंगलवार को शाम के समय अमराराम जोधपुर से रवाना होकर अपने गांव आ रहा था. इसी दौरान बदमाशों ने उसका अपहरण कर लिया. बाद में सुनसान जगह पर ले जाकर उसे क्रूरतापूर्वक पीटा. इसके बाद ग्रामीणों ने पुलिस को सूचना दी.

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