जयपुर. गृह विभाग ने आरपीएस कैलाश बोहरा को सस्पेंड कर दिया है. आरपीएस कैलाश बोहरा एक महिला से रिश्वत के बदले अस्मत मांगते हुए ट्रैप हुए थे. जिसके बाद उन्हें सस्पेंड कर दिया गया है. आरपीएस कैलाश चंद बोहरा महिला अत्याचार अनुसंधान यूनिट में सहायक पुलिस आयुक्त के पद पर तैनात थे.
राजधानी जयपुर के ईस्ट जिले में आरपीएस अधिकारी कैलाश बोहरा को महिलाओं की सुरक्षा और उनकी शिकायतों का निस्तारण करने की जिम्मेदारी सौंपी गई थी. जिसने एक महिला से रिश्वत के रूप में अस्मत की मांग कर डाली. इसके बाद पीड़ित महिला ने एसीबी मुख्यालय पहुंचकर अपनी पीड़ा सुनाई. मामले को एसीबी ने गंभीरता से लेते हुए ट्रैप का आयोजन किया. एसीबी डीजी बीएल सोनी ने पूरे मामले की मॉनिटरिंग करते हुए रविवार को अवकाश के दिन ईस्ट जिले के एसीपी वुमन क्राइम सेल कैलाश चंद बोहरा को ट्रैप कर गिरफ्तार कर लिया. यह कार्रवाई एसीबी के एडिशनल एसपी नरोत्तम लाल वर्मा ने नेतृत्व में की गई थी.
पढ़ेंः रेप केस की जांच के बदले ACP ने महिला से मांगी अस्मत, ACB ने आपत्तिजनक हालत में पकड़ा
जानें पूरा मामला
दरअसल, पीड़ित महिला ने जवाहर नगर थाने में एक युवक के खिलाफ शादी का झांसा देकर दुष्कर्म करने का मामला दर्ज करवाया था. इसके साथ ही अन्य मामले भी दर्ज करवाए थे. इन तीन मामलों में जांच एसीपी कैलाश चंद बोहरा कर रहे थे. पिछले दिनों जब पीड़ित महिला ने एसीपी से मुलाकात कर मामले में फरार चल रहे आरोपी को गिरफ्तार करने की गुहार लगाई तो आरोपी को गिरफ्तार करने की एवज में तत्कालीन एसीपी कैलाश चंद बोहरा ने पीड़ित महिला से आप मत मांग डाली. जिसके बाद महिला ने एसीबी में शिकायत दर्ज करवाई.
शिकायत का सत्यापन करने के बाद रविवार को एसीबी की टीम ने ट्रैप का आयोजन किया. रिश्वत के रूप में अस्मत मांग करने वाले एसीपी कैलाश ने अवकाश वाले दिन रविवार को महिला को मिलने के लिए अपने कार्यालय में बुलाया. उसी दौरान एसीबी टीम ने कार्रवाई करते हुए एसीपी कैलाश चंद को आपत्तिजनक स्थिति में गिरफ्तार कर लिया. फिलहाल एसीबी पूरे मामले की जांच पड़ताल कर रही है.