जयपुर. राजधानी आरटीओ ऑफिस में 1 जुलाई को रोस्टर होना था, जिसके अंतर्गत परिवहन निरीक्षक और लिपिकों की सीट भी बदली जानी थी, लेकिन 1 जुलाई को विभाग में रोस्टर नहीं हो पाया. रोस्टर के लिए एक कमेटी भी बनाई गई थी, लेकिन आरटीओ की अनुपस्थिति के चलते यह रुका रह गया. जिसके बाद परिवहन विभाग के नियमों की धज्जियां उड़ती नजर आ रही है.
पिछले कुछ दिनों से निरीक्षक और लिपिक अपनी पुरानी ही सीट पर कार्य कर रहे थे, लेकिन बीते दिनों में आरटीओ राजेंद्र वर्मा के द्वारा कुछ इंस्पेक्टरों का रोस्टर के अंतर्गत तबादला कर दिया गया. हालांकि रोस्टर में तबादले के लिए सभी लिपिक और निरीक्षक की एक साथ लिस्ट निकाली जाती है और 1 जुलाई और 1 जनवरी को ही रोस्टर होना अनिवार्य भी होता है, लेकिन आरटीओ राजेंद्र वर्मा ने परिवहन विभाग के नियमों की धज्जियां उड़ाई और उसके बाद अपनी मनमानी से रोस्टर किया.
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ऐसे में रोस्टर की बात की जाए तो झालाना आरटीओ ऑफिस इंस्पेक्टर राजेश चौधरी और मुकुंद को विद्याधर नगर आरटीओ ऑफिस भेजा गया, जगतपुरा आरटीओ कार्यालय से परिवहन उप निरीक्षक चैतन्य शाह माथुर को प्रादेशिक परिवहन कार्यालय जयपुर लाइसेंस हॉल में लगाया गया है, जगतपुरा आरटीओ से निरीक्षक दिनेश सिंह को प्रादेशिक परिवहन कार्यालय जयपुर को कोर्ट एवं चालान में लगाया गया है.
तो इसके साथ ही परिवहन निरीक्षक विनोद सैनी को जगतपुरा आरटीओ कार्यालय से प्रादेशिक परिवहन कार्यालय जयपुर को DFS 66 में लगाया गया है और सुखबीर सिंह छोकर परिवहन निरीक्षक को जगतपुरा से प्रादेशिक परिवहन कार्यालय जयपुर स्थाई लाइसेंस में लगाया गया है. हालांकि अभी भी कुछ लिपिक अपनी पुरानी ही सीट पर कार्यरत हैं. राजेंद्र वर्मा के द्वारा अभी तक उन लोगों का रोस्टर जारी नहीं किया गया है.