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जयपुर: हल्की बारिश में ही रोडवेज के रिकॉर्ड रूम की छत गिरी, बड़ा हादसा टला - जयपुर में जर्जर भवन

जयपुर डिपो में गुरुवार को हल्की बारिश के बाद रोडवेज के रिकॉर्ड रूम की छत गिर गई. हादसे के वक्त रिकॉर्ड रूम में कोई कर्मचारी मौजूद नहीं था. जिसकी वजह से बड़ा हादसा होते-होते रह गया. रिकॉर्ड रूम पहले से ही जर्जर हालत में था. जिसके बारे में प्रबंधन को बताया गया था.

roof of record room collapsed , Shabby building
रोडवेज के रिकॉर्ड रूम की छत गिरी
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Published : Jul 30, 2020, 10:07 PM IST

जयपुर. रोडवेज के जयपुर डिपो कार्यालय में बड़ा हादसा होते-होते रह गया. गुरुवार को हुई हल्की बारिश में डिपो के रिकॉर्ड रूम की छत गिर गई. गनीमत रही कि हादसे के टाइम कोई कर्मचारी रिकॉर्ड रूम में मौजूद नहीं था. रिकॉर्ड रूम में दो कर्मचारियों की ड्यूटी होती है जो रिकॉर्ड को व्यवस्थित करने का काम करते हैं. लेकिन गुरुवार को दोनों ही कर्मचारी छुट्टी पर थे.

रिकॉर्ड रूम पहले से ही जर्जर हालत में था

हल्की बारिश में ही रिकॉर्ड रूम की छत का गिर जाना अपने पीछे कई सवाल छोड़ जाती है. डिपो के कर्मचारियों का कहना है कि रिकॉर्ड रूम पहले से ही जर्जर अवस्था में था. जिसके बारे में प्रबंधन को बताया भी गया था. लेकिन किसी ने भी इस पर ध्यान नहीं दिया. इस समय रोडवेज में ऑडिट का भी काम चल रहा है. ऐसे में कर्मचारियों का रिकॉर्ड रूम में आना जाना लगा रहता था. लेकिन हादसे के वक्त कोई भी कर्मचारी कमरे में मौजूद नहीं था. जिसकी वजह से एक बड़ा हादसा टल गया.

पढ़ें: जैसलमेर में जर्जर भवन दे रहे हादसों को न्योता, मूक दर्शक बना बैठा प्रशासन

रिकॉर्ड रूम की छत का गिरना सरकारी भवनों की जर्जर इमारतों की हकीकत बयां करता है. प्रदेश में कई ऐसे दफ्तर हैं जिनकी इमारतें जर्जर हो चुकी हैं और मानसून में कभी भी गिर सकती हैं. जिसमें बड़ा हादसा हो सकता है. लेकिन प्रशासन आंख मूंद कर सोया रहता है. जब तक की कोई बड़ा हादसा ना हो जाए. जर्जर भवनों को लेकर प्रशासन अक्सर बारिश के समय भवनों के मालिकों को नोटिस देता है. लेकिन खुद सरकारी भवनों को ठीक करवाने की दिशा में प्रशासन कब कदम उठायेगा.

जयपुर. रोडवेज के जयपुर डिपो कार्यालय में बड़ा हादसा होते-होते रह गया. गुरुवार को हुई हल्की बारिश में डिपो के रिकॉर्ड रूम की छत गिर गई. गनीमत रही कि हादसे के टाइम कोई कर्मचारी रिकॉर्ड रूम में मौजूद नहीं था. रिकॉर्ड रूम में दो कर्मचारियों की ड्यूटी होती है जो रिकॉर्ड को व्यवस्थित करने का काम करते हैं. लेकिन गुरुवार को दोनों ही कर्मचारी छुट्टी पर थे.

रिकॉर्ड रूम पहले से ही जर्जर हालत में था

हल्की बारिश में ही रिकॉर्ड रूम की छत का गिर जाना अपने पीछे कई सवाल छोड़ जाती है. डिपो के कर्मचारियों का कहना है कि रिकॉर्ड रूम पहले से ही जर्जर अवस्था में था. जिसके बारे में प्रबंधन को बताया भी गया था. लेकिन किसी ने भी इस पर ध्यान नहीं दिया. इस समय रोडवेज में ऑडिट का भी काम चल रहा है. ऐसे में कर्मचारियों का रिकॉर्ड रूम में आना जाना लगा रहता था. लेकिन हादसे के वक्त कोई भी कर्मचारी कमरे में मौजूद नहीं था. जिसकी वजह से एक बड़ा हादसा टल गया.

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रिकॉर्ड रूम की छत का गिरना सरकारी भवनों की जर्जर इमारतों की हकीकत बयां करता है. प्रदेश में कई ऐसे दफ्तर हैं जिनकी इमारतें जर्जर हो चुकी हैं और मानसून में कभी भी गिर सकती हैं. जिसमें बड़ा हादसा हो सकता है. लेकिन प्रशासन आंख मूंद कर सोया रहता है. जब तक की कोई बड़ा हादसा ना हो जाए. जर्जर भवनों को लेकर प्रशासन अक्सर बारिश के समय भवनों के मालिकों को नोटिस देता है. लेकिन खुद सरकारी भवनों को ठीक करवाने की दिशा में प्रशासन कब कदम उठायेगा.

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