जयपुर. प्रदेश में कई बार पथराव, दंगा फसाद और कानून व्यवस्था बिगड़ने जैसी परिस्थितियां देखने को मिलती है. ऐसी स्थिति में पुलिस फोर्स को घटनास्थल पर दंगाइयों से निपटने के लिए समय भी लगता है. ऐसे में क्विक रिस्पांस टाइम पर विवाद या दंगे की परिस्थितियों से निपटने के लिए डीसीपी नॉर्थ परिस देशमुख ने पहल करते हुए पुलिस चेतक पर रूफ मास्टर सिस्टम लगाया है. रूफ मास्टर सिस्टम में विवाद को नियंत्रित करने के लिए सभी जरूरत के हथियार रखे जा सकेंगे.
पुलिस चेतक पर रूफ मास्टर सिस्टम लगने से पुलिस महज कुछ सेकंड में ही हथियार से लैस होकर कानून व्यवस्था को बिगड़ने से बचाने में सफल होगी. क्विक रिस्पांस टाइम पर पुलिस की मौजूदगी के बीच दंगाइयों से निपटने के लिए उन्हें अत्याधुनिक संसाधनों से लैस करने और कानून व्यवस्था को संभालने के लिए अब महज 80 सेकेंड में चेतक पर पुलिस तैयार मिलेगी.
जयपुर नॉर्थ जिले में करीब 15 चेतक में रूफ मास्टर सिस्टम लगाया गया है. जयपुर पुलिस कमिश्नरेट में पहली बार लगाए गए इस सिस्टम का डीसीपी नॉर्थ परिस देशमुख ने पुलिस कमिश्नर आनंद श्रीवास्तव को भी लाइव डेमो दिया. लाइव डेमो के दौरान महज 80 सेकंड में पुलिस फोर्स इन हथियारों से लैस होकर विवादों से निपटने के लिए तैयार रहेगी. सब कुछ सही रहा तो पूरे राजस्थान में इस रूफ मास्टर सिस्टम को सभी चेतक गाड़ियों पर लगाया जाएगा.
नॉर्थ जिले में एसीपी शास्त्री नगर अतुल साहू की ओर से इस रूफ मास्टर सिस्टम का डिजाइन तैयार किया गया है. रूफ मास्टर सिस्टम में तीन अलग-अलग कंपार्टमेंट बनाए गए हैं. जिसमें हथियार, जैकेट समेत तमाम आधुनिक संसाधन रखे जाएंगे.
डीसीपी नॉर्थ परिस देशमुख ने बताया कि कानून व्यवस्था की स्थिति से निपटने के लिए पुलिस के पास उपलब्ध संसाधन हमेशा गाड़ी में साथ हो इसकी व्यवस्था रूफ टॉप मास्टर सिस्टम में की गई है. इसमें रूफटॉप वाटरप्रूफ बॉक्स डिजाइन किया गया है. पुलिस के इक्विपमेंट के हिसाब से इसकी डिजाइन की गई है. डिजाइन के आधार पर पुलिस के जैकेट, हथियार समेत अन्य संसाधन रखने की व्यवस्था की गई है.
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इसके साथ ही इन्वेस्टिगेशन में काम आने वाली सामग्री, नाकाबंदी में काम आने वाली चीजें और ब्रेथ एनालाइजर समेत पुलिस के बाहरी कार्य के लिए आवश्यक संसाधन पुलिस के पास हमेशा उपलब्ध रहेंगे. पुलिस बिना समय गवाएं तुरंत कार्रवाई कर सकेगी. इन सभी बातों को ध्यान में रखते हुए इस बॉक्स को डिजाइन किया गया है.
बॉक्स में आवश्यक सामग्री और संसाधन रखे गए हैं. इसके साथ ही बॉक्स में रखा सामान और संसाधनों का किस तरह उपयोग करना है, इसका प्रशिक्षण भी सभी पुलिसकर्मियों को दिया जा रहा है.
रूफ मास्टर सिस्टम में रखे जाने वाले उपकरण-
- दंगा निरोधी उपकरण
- जैकेट
- लाठी
- हेलमेट
- गैस गन
- जाल
- बॉडी प्रोटेक्टिंग गेर
- बॉडी कवर
रूफ मास्टर सिस्टम की क्यों पड़ी आवश्यकता-
राजधानी जयपुर में कई बार दंगा और पथराव जैसी स्थितियां देखने को मिलती हैं. संसाधनों के अभाव में कई बार पुलिस दंगे फसाद से निपटने में लेट हो जाती है. पुलिस की गाड़ी में तमाम संसाधन उपलब्ध हो इसके लिए रूफ मास्टर सिस्टम लगाया गया है. थाना पुलिस किसी भी दंगे की स्थिति में प्रथम रिस्पांडर होती है. किसी भी इलाके में दंगा या पथराव की सूचना मिलती है, तो थाना पुलिस की चेतक ही सबसे पहले पहुंचती है. अगर चेतक में 24 घंटे दंगा फसाद या किसी भी स्थिति से निपटने के लिए दंगा विरोधी उपकरण समेत तमाम संसाधन उपलब्ध होंगे, तो तुरंत स्थिति को काबू किया जा सकता है. इसलिए सभी चेतक गाड़ियों में रूफ मास्टर सिस्टम लगाया गया है, ताकि संसाधन उपलब्ध होंगे तो तुरंत स्थिति को काबू किया जा सकेगा और किसी भी गंभीर स्थिति को प्रभावी ढंग से निपटना आसान होगा.
जयपुर के संवेदनशील इलाकों में पुलिस तुरंत रिस्पांस कर सकेगी. कई बार दंगों में पुलिस पर भी हमला होने का डर रहता है. ऐसे में पुलिस कर्मी तुरंत बॉडी प्रोटेक्टिंग गेर, बॉडी कवर, हेलमेट समेत अन्य संसाधनों से खुद को सुरक्षित रखते हुए दंगा स्थिति से निपट सकेंगे. बॉडी प्रोटेक्टिंग गेर का उपयोग करते हुए लाठी और अन्य दंगा निरोधी उपकरणों से भीड़ को तितर-बितर करके स्थिति को काबू किया जा सकेगा.