जयपुर. हाल ही में आरएलपी यूथ विंग के प्रदेश अध्यक्ष रणदीप चौधरी ने पार्टी प्रदेश अध्यक्ष पुखराज गर्ग को पत्र लिखकर छात्र संघ चुनाव में आरएलपी के प्रत्याशी उतारे जाने की अनुमति मांगी है (RLP On Rajasthan student Union Election). पार्टी प्रदेश अध्यक्ष को आरएलपी सुप्रीमो हनुमान बेनीवाल से हरी झंडी मिलने का इंतजार है. आरएलपी में तमाम निर्णय सांसद हनुमान बेनीवाल ही करते हैं और इन दिनों वे दिल्ली में लोकसभा की कार्यवाही में व्यस्त हैं.
इस बीच आरएलपी यूथ विंग ने अपने तमाम जिला अध्यक्षों से फीडबैक लेना शुरू कर दिया है कि इन कॉलेज और यूनिवर्सिटी में आरएलपी प्रत्याशी उतारे जाने पर जीत की संभावना बन सकती है या नहीं? करीब 28 जिलों से फीडबैक मिल चुका है बचे हुए जिलों से अगले एक-दो दिन में फीडबैक लेकर पार्टी अधिकृत रूप से छात्र संघ चुनाव को लेकर अपनी घोषणा कर सकती है (Rajasthan Student Election 2022).
युवाओं को पार्टी से जोड़ने की कवायद: आरएलपी से जुड़े पदाधिकारी बताते हैं पार्टी की मंशा प्रदेश के युवा वर्ग को पार्टी से जोड़ने की है और इसके लिए छात्र संघ चुनाव से बेहतर कोई विकल्प हो नहीं सकता. अब तक छात्र संघ चुनाव में कांग्रेस विचारधारा से जुड़ी एनएसयूआई और भाजपा विचारधारा से जुड़ी अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद अपना डंका बजाती आई है लेकिन अब आरएलपी भी छात्र संघ चुनाव मैदान में उतर कर इन छात्र संगठनों को चुनौती देने की तैयारी में है.
नागौर-जोधपुर में है आरएलपी का कुछ प्रभाव: नागौर और जोधपुर जिले में राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी का अच्छा खासा प्रभाव माना जा सकता है. नागौर में सांसद हनुमान बेनीवाल और उनकी ही पार्टी के विधायक नारायण बेनीवाल हैं तो जोधपुर से उनकी पार्टी के विधायक और पार्टी प्रदेश अध्यक्ष पुखराज गर्ग आते हैं. ऐसे में इन दोनों जिलों के कॉलेज और विश्वविद्यालय में आरएलपी अपने प्रत्याशी उतारेगी लेकिन अन्य जिलों में पार्टी मौजूदा परिस्थितियों को देखकर ही प्रत्याशी पर फैसला करेगी.