जयपुर. मुख्यमंत्री कार्यालय में शुक्रवार को समीक्षा बैठक का आयोजन किया गया. जिसकी अध्यक्षता मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने की. इस दौरान गहलोत ने कहा कि प्रदेश हर कोई स्वास्थ्य को लेकर जागरुक हो. इसके लिए प्रदेश में 'निरोगी राजस्थान' अभियान की शुरुआत की. जिसको शुरू करने का मुख्य उद्देश्य लोगों तक स्वास्थ्य से जुड़ी महत्वपूर्ण जानकारियां पहुंचाना है. इस उद्देश्य को पूरा करने के लिए निरोगी राजस्थान अभियान सिलेबस का हिस्सा होगा.
निरोगी हेल्पलाइन शुरू करने निर्देश दिए
इस दौरान सीएम गहलोत ने नए मेडिकल कॉलेजों की प्रगति को लेकर कहा कि पहली बार किसी राज्य सरकार ने प्रिवेंटिव हेल्थ का इतना बड़ा कार्यक्रम प्रारम्भ किया है. जो प्रदेश भर के लोगों को फिट रहने और उचित उपचार के लिए प्रेरित करेगा. उन्होंने निर्देश दिए कि इसके लिए जल्द ही एक निरोगी हेल्पलाइन शुरू की जाए. जिस पर लोगों को स्वास्थ्य संबंधी परामर्श आसानी से मिल सके.
डिजिटल हेल्थ सर्वे करवाया जाए...
मुख्यमंत्री ने कहा कि अभियान के तहत राज्य सरकार प्रदेश के सभी नागरिकों का डिजिटल हेल्थ सर्वे करवाएगी, जिससे हर व्यक्ति के स्वास्थ्य की जानकारी उपलब्ध होगी. एएनएम और आशा सहयोगिनियों के जरिए किया जाने वाला यह सर्वे प्रदेश वासियों को निरोगी बनाने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम होगा. गहलोत ने कहा कि लोगों को उनके घर के पास ही स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध करवाने के लिए भामाशाहों, एनजीओ, विधायक कोष आदि के सहयोग और अधिक जनता क्लिनिक खोले जाएं.
मिलावट खोरों के खिलाफ सख्त कार्रवाई...
सीएम गहलोत ने कहा कि आमजन को मिलावटी खाद्य पदार्थों से बचाने के लिए पिछले कार्यकाल में हमने शुद्ध के लिए युद्ध अभियान चलाया था. जिसके बहुत अच्छे परिणाम सामने आए थे. निरोगी राजस्थान के तहत इस अभियान को लगातार चलाया जाए और मिलावटखोरों के खिलाफ सख्त कार्रवाई अमल में लाई जाए, ताकि कोई भी व्यक्ति मिलावट करने की हिम्मत नहीं जुटा पाए.
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सितम्बर से पहले शुरू हो नए मेडिकल कॉलेजों का निर्माण कार्य...
मुख्यमंत्री ने नए मेडिकल कॉलेजों की जल्द स्थापना की समीक्षा करते हुए कहा कि इनके टेंडर, डिजाइन और अन्य प्रक्रियाओं को जल्द से जल्द पूरा कर सितम्बर माह से पहले इनका निर्माण कार्य शुरू किया जाए. उन्होंने कहा कि इन मेडिकल कॉलेजों के शुरू हो जाने से लोगों को बेहतरीन स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध हो सकेंगी.
भरतपुर और चूरू मेडिकल कॉलेज निर्माण की होगी जांच...
सीएम गहलोत ने भरतपुर और चूरू के मेडिकल कॉलेज और हॉस्पिटल भवन के घटिया निर्माण और अनियमितताओं की शिकायतों को गंभीरता से लिया. उन्होंने निर्देश दिए कि दोनों मेडिकल कॉलेजों के निर्माण में गड़बड़ियों की विशेषज्ञों से जांच करवाई जाए. इसमें जो भी दोषी पाया जाएगा, उसे बख्शा नहीं जाएगा. उन्होंने कहा कि जनता की गाढ़ी कमाई के पैसों से तैयार होने वाले भवनों में किसी तरह की गड़बड़ी को सरकार बर्दाश्त नहीं करेगी.
यह रहे मौजूद...
बैठक में चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री डॉ. रघु शर्मा, चिकित्सा एवं स्वास्थ्य राज्यमंत्री डॉ. सुभाष गर्ग, मुख्य सचिव डीबी गुप्ता, अतिरिक्त मुख्य सचिव वित्त निरंजन आर्य, अतिरिक्त मुख्य सचिव चिकित्सा एवं स्वास्थ्य रोहित कुमार सिंह, चिकित्सा शिक्षा सचिव वैभव गालरिया, निदेशक एनएचएम नरेश ठकराल, एसएमएस मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ. सुधीर भण्डारी सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे.