ETV Bharat / city

रिटायर्ड रोडवेज कर्मचारियों ने फिर दिया धरना, रोडवेज मुख्यालय पर गणेश प्रतिमा के सामने मांग पत्र रखकर लगाई अर्जी

राजस्थान रोडवेज के रिटायर्ड कर्मचारियों ने गुरुवार को रोडवेज मुख्यालय भवन के बाहर एक दिवसीय धरना-प्रदर्शन किया. रिटायर्ड कर्मचारियों ने जून 2016 से बकाया सेवानिवृत्ति परिलाभ, महंगाई भत्ता, 7वां वेतनमान सहित कई मांगों को लेकर धरना प्रदर्शन किया.

रिटायर्ड रोडवेज कर्मचारियों ने फिर दिया धरना
author img

By

Published : Jun 27, 2019, 9:02 PM IST

जयपुर. रोडवेज सेवानिवृत्त कर्मचारी कल्याण समिति ने मुख्यालय भवन के बाहर धरना देकर सरकार के खिलाफ विरोध जताया. इस धरना प्रदर्शन में प्रदेश के सभी जिलों की यूनिट के कर्मचारी शामिल हुए. सेवानिवृत्त कर्मचारियों ने राज्य सरकार और रोडवेज प्रशासन से सभी परिलाभ दिलाने के लिए भगवान गणेश को चिट्ठी लिखी. कर्मचारियों ने रोडवेज मुख्यालय में गणेश प्रतिमा के सामने मांग पत्र रखकर 7वां वेतनमान का लाभ राज्य कर्मचारियों के समान दिलाए जाने की अर्जी लगाई. कर्मचारी सिविल लाइंस फाटक पर रैली भी निकालना चाहते थे. लेकिन पुलिस ने अनुमति नहीं दी.

रिटायर्ड रोडवेज कर्मचारियों ने फिर दिया धरना, गणेश प्रतिमा के सामने मांग पत्र रखकर लगाई अर्जी

कर्मचारियों ने बताया कि रोडवेज कर्मचारी समय-समय पर धरना प्रदर्शन कर अपनी मांगों को पूरी करने अपील कर रहे हैं. विधानसभा चुनाव से पहले धरना प्रदर्शन के दौरान कांग्रेस नेताओं ने सिंधी कैंप बस स्टैंड पर आश्वासन दिया था कि कांग्रेस सरकार बनने पर उनकी समस्त मांगों पर तुरंत निर्णय लिया जाएगा. लेकिन 5 महीने गुजरने के बाद भी कर्मचारियों की मांगों पर कोई फैसला नहीं हुआ. ऐसे में कर्मचारियों को मजबूरी में अपनी मांगों के लिए दोबारा से आंदोलन करने का निर्णय लेना पड़ा.

रोडवेज सेवानिवृत्त कर्मचारी कल्याण समिति के अध्यक्ष ताराचंद जैन ने बताया कि सेवानिवृत्त कर्मचारियों को जून 2016 से बकाया सेवानिवृत्ति परिलाभ, महंगाई भत्ता और 7वां वेतनमान का लाभ देकर आर्थिक स्थिति सुदृढ़ की जाए. बहुत से सेवानिवृत्त कर्मचारी कर्ज में डूबे हैं, किसी को अपनी बेटी का विवाह करना है, किसी को अपना मकान बनाना है. यदि सरकार और रोडवेज प्रशासन कर्मचारियों का बकाया सेवानिवृत्ति परिलाभ सहित 7वां वेतनमान लागू कर देती है, तो कर्मचारियों की समस्याएं भी खत्म हो जाएगी और उनको धरना, आमरण अनशन जैसे कठोर कदम उठाने के लिए मजबूर नहीं होना पड़ेगा.

रोडवेज के सेवानिवृत्त कर्मचारियों की मुख्य मांगें -:

  • सेवानिवृत्त कर्मचारियों के बकाया सेवानिवृत्ति लाभों का ब्याज सहित भुगतान किया जाए. जिन सेवानिवृत्त कर्मचारियों को बिना ब्याज के परिलाभों का भुगतान किया गया है. उन्हें ब्याज का भुगतान किया जाए.
  • सेवानिवृत्त कर्मचारियों का बकाया अधिश्रम भत्ता, साप्ताहिक और राजपत्रित अवकाशों पर कार्य करने का क्षतिपूर्ति भुगतान किया जाए.
  • कर्मचारियों एवं पेंशनर्स को 7वां वेतनमान का लाभ दिया जाए
  • भविष्य निधि पेंशनर्स को वास्तविक वेतन पर पेंशन देने के लिए फंड स्थानांतरण किया जाए
  • सेवानिवृत्त कर्मचारियों की मृत्यु के पश्चात उनकी विधवाओं को निगम की बसों में नि:शुल्क यात्रा करने की सुविधा दी जाए.
  • सेवानिवृत्त कर्मचारियों को राज्य कर्मचारियों की तरह मेडिकल सुविधा दी जाए.

जयपुर. रोडवेज सेवानिवृत्त कर्मचारी कल्याण समिति ने मुख्यालय भवन के बाहर धरना देकर सरकार के खिलाफ विरोध जताया. इस धरना प्रदर्शन में प्रदेश के सभी जिलों की यूनिट के कर्मचारी शामिल हुए. सेवानिवृत्त कर्मचारियों ने राज्य सरकार और रोडवेज प्रशासन से सभी परिलाभ दिलाने के लिए भगवान गणेश को चिट्ठी लिखी. कर्मचारियों ने रोडवेज मुख्यालय में गणेश प्रतिमा के सामने मांग पत्र रखकर 7वां वेतनमान का लाभ राज्य कर्मचारियों के समान दिलाए जाने की अर्जी लगाई. कर्मचारी सिविल लाइंस फाटक पर रैली भी निकालना चाहते थे. लेकिन पुलिस ने अनुमति नहीं दी.

रिटायर्ड रोडवेज कर्मचारियों ने फिर दिया धरना, गणेश प्रतिमा के सामने मांग पत्र रखकर लगाई अर्जी

कर्मचारियों ने बताया कि रोडवेज कर्मचारी समय-समय पर धरना प्रदर्शन कर अपनी मांगों को पूरी करने अपील कर रहे हैं. विधानसभा चुनाव से पहले धरना प्रदर्शन के दौरान कांग्रेस नेताओं ने सिंधी कैंप बस स्टैंड पर आश्वासन दिया था कि कांग्रेस सरकार बनने पर उनकी समस्त मांगों पर तुरंत निर्णय लिया जाएगा. लेकिन 5 महीने गुजरने के बाद भी कर्मचारियों की मांगों पर कोई फैसला नहीं हुआ. ऐसे में कर्मचारियों को मजबूरी में अपनी मांगों के लिए दोबारा से आंदोलन करने का निर्णय लेना पड़ा.

रोडवेज सेवानिवृत्त कर्मचारी कल्याण समिति के अध्यक्ष ताराचंद जैन ने बताया कि सेवानिवृत्त कर्मचारियों को जून 2016 से बकाया सेवानिवृत्ति परिलाभ, महंगाई भत्ता और 7वां वेतनमान का लाभ देकर आर्थिक स्थिति सुदृढ़ की जाए. बहुत से सेवानिवृत्त कर्मचारी कर्ज में डूबे हैं, किसी को अपनी बेटी का विवाह करना है, किसी को अपना मकान बनाना है. यदि सरकार और रोडवेज प्रशासन कर्मचारियों का बकाया सेवानिवृत्ति परिलाभ सहित 7वां वेतनमान लागू कर देती है, तो कर्मचारियों की समस्याएं भी खत्म हो जाएगी और उनको धरना, आमरण अनशन जैसे कठोर कदम उठाने के लिए मजबूर नहीं होना पड़ेगा.

रोडवेज के सेवानिवृत्त कर्मचारियों की मुख्य मांगें -:

  • सेवानिवृत्त कर्मचारियों के बकाया सेवानिवृत्ति लाभों का ब्याज सहित भुगतान किया जाए. जिन सेवानिवृत्त कर्मचारियों को बिना ब्याज के परिलाभों का भुगतान किया गया है. उन्हें ब्याज का भुगतान किया जाए.
  • सेवानिवृत्त कर्मचारियों का बकाया अधिश्रम भत्ता, साप्ताहिक और राजपत्रित अवकाशों पर कार्य करने का क्षतिपूर्ति भुगतान किया जाए.
  • कर्मचारियों एवं पेंशनर्स को 7वां वेतनमान का लाभ दिया जाए
  • भविष्य निधि पेंशनर्स को वास्तविक वेतन पर पेंशन देने के लिए फंड स्थानांतरण किया जाए
  • सेवानिवृत्त कर्मचारियों की मृत्यु के पश्चात उनकी विधवाओं को निगम की बसों में नि:शुल्क यात्रा करने की सुविधा दी जाए.
  • सेवानिवृत्त कर्मचारियों को राज्य कर्मचारियों की तरह मेडिकल सुविधा दी जाए.
Intro:जयपुर
एंकर- राजस्थान रोडवेज के रिटायर्ड कर्मचारियों ने आज रोडवेज मुख्यालय भवन के बाहर एक दिवसीय धरना प्रदर्शन किया। रिटायर्ड कर्मचारियों ने जून 2016 से बकाया सेवानिवृत्ति परीलाभ, महंगाई भत्ता, सातवां वेतनमान सहित कई मांगो को लेकर धरना प्रदर्शन किया।


Body:रोडवेज सेवानिवृत्त कर्मचारी कल्याण समिति ने मुख्यालय भवन के बाहर धरना देकर सरकार के खिलाफ विरोध जताया। राजस्थान के सभी जिलों की यूनिट के कर्मचारी विरोध प्रदर्शन में शामिल हुए। रोडवेज सेवानिवृत्त कर्मचारियों ने राज्य सरकार और रोडवेज प्रशासन से सभी परीलाभ दिलाने के लिए भगवान गणेश को चिट्ठी लिखकर दी है। कर्मचारियों ने रोडवेज मुख्यालय भवन के मुख्य प्रांगण में लगी गणेश प्रतिमा के सामने मांग पत्र रखकर सातवां वेतनमान का लाभ राज्य कर्मचारियों के समान दिलाए जाने की अर्जी लगाई है। रोडवेज कर्मी सिविल लाइंस फाटक पर रैली भी निकालना चाहते थे लेकिन पुलिस ने रैली निकालने से की अनुमति नहीं दी।

रोडवेज कर्मचारियों ने बताया कि रोडवेज कर्मचारी समय-समय पर धरना प्रदर्शन कर अपनी मांगों को पूरी करने अपील कर रहे हैं। कर्मचारी ने बताया कि रोडवेज कर्मचारियों ने विधानसभा चुनाव से पहले भी धरना प्रदर्शन किया था। उस दौरान सिंधी कैंप बस स्टैंड पर कांग्रेस नेताओं ने आश्वासन दिया था कि कांग्रेस सरकार बनेगी तो रोडवेज कर्मचारियों की समस्त मांगों पर तुरंत निर्णय लिया जाएगा। लेकिन राजस्थान में कांग्रेस सरकार के 5 माह गुजर जाने के बाद भी कर्मचारियों की मांगों पर किसी प्रकार की कार्रवाई नहीं की गई। राजस्थान रोडवेज सेवानिवृत्त कर्मचारी कल्याण समिति को मजबूर होकर अपनी मांगों के लिए दोबारा से आंदोलन करने का निर्णय लेना पड़ा।

रोडवेज सेवानिर्वत कर्मचारी कल्याण समिति के अध्यक्ष ताराचंद जैन ने बताया कि सेवानिवृत्त कर्मचारियों ने जून 2016 से बकाया सेवानिवृत्ति परिलाभ, महंगाई भत्ता और सातवां वेतनमान का लाभ देकर आर्थिक स्थिति सुदृढ़ करें। ऐसे बहुत से सेवानिवृत्त कर्मचारी है जो कि कर्ज में डूबे हुए हैं। किसी को अपनी बेटी का विवाह करना है तो किसी को अपना मकान बनाना है। यदि सरकार और रोडवेज प्रशासन सभी कर्मचारियों का बकाया सेवानिर्वत परिलाभ सहित सातवां वेतनमान लागू कर देती है तो सेवानिवृत्त कर्मचारियों की समस्या भी खत्म हो जाएगी। जिससे सेवानिवृत्त कर्मचारी अपने जीवन के अंतिम बेला में शांतिपूर्ण जीवन व्यतीत कर सकें। और कर्मचारियों को अनिश्चितकालीन धरना आमरण अनशन जैसे कठोर कदम उठाने के लिए मजबूर नहीं होना पड़ेगा।

रोडवेज कर्मचारियों की मुख्य मांगे-
1. सेवानिवृत्त कर्मचारियों का बकाया सेवानिवृत्ति लाभों का ब्याज सहित भुगतान किया जाए। जिन सेवानिवृत्त कर्मचारियों को बिना ब्याज के परिलाभो का भुगतान नही किया गया है। उन्हें ब्याज का भुगतान किया जाए।
2. सेवानिर्वत चालकों परिचालकों और संचालन संबंधी सभी कर्मचारियों का बकाया अधिश्रम भत्ता, साप्ताहिक और राजपत्रित अवकाशो पर कार्य करने का क्षतिपूर्ति भुगतान करने की मांग
3. कर्मचारियों एवं पेंशनर्स को सातवां वेतनमान का लाभ देने की मांग।
4. भविष्य निधि पेंशनर्स को वास्तविक वेतन पर पेंशन देने के लिए फंड स्थानांतरण करने की मांग
5. सेवानिवृत्त कर्मचारियों की मृत्यु के पश्चात उनकी विधवाओं को निगम की बसों में निशुल्क यात्रा करने की सुविधा दी जाने की मांग
6. सेवानिवृत्त कर्मचारियों को राज्य कर्मचारियों की तरह मेडिकल सुविधा देने की मांग।


बाईट- ताराचंद जैन, अध्यक्ष, राजस्थान रोडवेज सेवानिर्वत कर्मचारी कल्याण समिति






Conclusion:
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.