जयपुर. सवाई मानसिंह मेडिकल कॉलेज के रेजिडेंट चिकित्सकों ने मंगलवार दूसरे दिन भी 2 घंटे का कार्य बहिष्कार किया. दरअसल रेजिडेंट चिकित्सकों की कुछ मांगे हैं और अपनी इन्हीं मांगों को लेकर रेजिडेंट चिकित्सक कई बार सरकार से वार्ता भी कर चुके हैं, लेकिन अभी तक सरकार और रेजिडेंट चिकित्सकों के बीच समझौता नहीं हो पाया है.
ऐसे में दूसरे दिन भी रेजिडेंट चिकित्सकों ने 2 घंटे का कार्य बहिष्कार किया. हांलाकि इस दौरान आरयूएचएस अस्पताल, आईसीयू और इमरजेंसी सेवाएं सुचारू रूप से चालू रही और रेजिडेंट चिकित्सकों ने यहां अपनी सेवाएं दी.
रेजिडेंट चिकित्सकों की मांगों को लेकर स्वास्थ्य मंत्री की ओर से एक कमेटी का गठन भी किया गया है और रेजिडेंट चिकित्सकों और कमेटी के सदस्यों के बीच में वार्ता भी हुई, लेकिन समझौता नहीं हो सका. ऐसे में चिकित्सकों का कहना है कि हमारी मांगों को लेकर कमेटी सिर्फ आश्वासन दे रही है. ऐसे में सभी रेजिडेंट चिकित्सकों में आक्रोश है.
रेजिडेंट चिकित्सकों ने पॉजिटिव आने पर एसएमएस अस्पताल में अलग से कॉटेज रूम रिजर्व करने की मांग रखी है. इसके अलावा 50 प्रतिशत वेंटिलेटेड आईसीयू रेजिडेंट के लिए रिजर्व रखे जाएं, एडमिट रेजिडेंट के लिए नर्सिंग कर्मचारी वार्ड बॉय और खाने-पीने की सभी व्यवस्थाएं की जाए, रेजिडेंट डॉक्टर के लिए सैंपल कलेक्शन की अलग से व्यवस्था की जाए, वर्क लोड बढ़ने पर वैकल्पिक व्यवस्था की जाए, कोविड-19 पॉजिटिव ड्यूटी के दौरान आने पर रेजिडेंट चिकित्सकों के लिए क्वॉरेंटाइन को लेकर एक गाइडलाइन जारी की जाए और ड्यूटी कर रहे हैं. स्वास्थ्य कर्मी को सरकारी आदेश अनुसार कोविड ड्यूटी इंसेंटिव दिया जाए.