जयपुर. राजधानी में रविवार को जौहरी बाजार स्थित ज्वेलरी एसोसिएशन के सभागार में विभिन्न धर्म के गुरुओं की ओर से सांप्रदायिक सद्भाव बनाए रखने के लिए एक बैठक आयोजित की गई. पुलिस प्रशासन, धर्म संगठनों और शांति समिति के साथ आयोजित इस बैठक में धर्मगुरुओं ने शहर में अमन-चैन और शांति का संदेश देते हुए एकजुटता का आह्वान किया.
बैठक में शहर के युवाओं में बढ़ रही नशे की प्रवृत्ति पर चिंता जताते हुए इस पर मंथन करने की आवश्यकता जताई गई. इस दौरान सभी धार्मिक गुरुओं और मौलवियों ने सभी धार्मिक आयोजनों में एक दूसरे धर्म के प्रति आदर सत्कार करने की सीख दी.
हिंदू समाज के धर्मगुरु ने गणेश चतुर्थी और कृष्ण जन्माष्टमी पर मुस्लिम संगठनों के द्वारा किये गए आदर सत्कार के लिए आभार जताया. साथ ही उन्होंने आगामी मोहर्रम त्यौहार पर शांतिपूर्ण आयोजन की अपील करते हुए मोती डूंगरी महंत कैलाश शर्मा से मोहर्रम जुलूस का स्वागत करने की अपील की.
पढ़ें- चूरूः शहीद के गांव में माहौल गमगीन... लोगों को शहादत पर फक्र
राजस्थान के चीफ काजी खालिद उस्मानी ने सभी से अमन चैन और भाईचारा बनाए रखने की अपील की. इस दौरान गलता पीठाधीश्वर अवधेशाचार्य महाराज, मोती डूंगरी गणेश मंदिर महंत कैलाश शर्मा, गोविंद देवजी मंदिर के प्रवक्ता मानस गोस्वामी, राजस्थान के चीफ काजी खालीद उस्मानी, जामा मस्जिद सदर नईम कुरैशी, मुफ्ती खालिद मिस्बाही, बादशाह मिया गद्दीनशीन मौलाना साहब दरगाह और पुलिस प्रशासन की ओर से डीसीपी नॉर्थ मनोज कुमार, एडीसीपी सुमित गुप्ता सहित पुलिस विभाग के कई अधिकारी और विभिन्न संगठनों के शांति समिति सदस्य और पदाधिकारी मौजूद रहे.
पढ़ें: सीकर लाठीचार्ज मामला: प्रशासन को दिया गया अल्टीमेटम पूरा, माकपा ने कहा- सोमवार से होगा चक्का जाम
गलता पीठाधीश्वर अवधेश आचार्य महाराज ने बताया कि समाज में शांति रहना बहुत जरूरी है. क्योंकि अशांति होने से कोई भी समाज उन्नति नहीं कर पाता है. उन्होंने कहा कि गलत रास्ते पर जा रहे युवाओं को किस तरह से सही रास्ते पर लाया जाए, इस पर भी मंथन किया गया. गलत काम करने वाले व्यक्ति को प्रशासन भेदभाव से नहीं देखें. गलती करने पर सभी को दंड मिलना चाहिए. भेदभाव की भावनाएं तनावपूर्ण स्थितियों को जन्म देती है. किसी भी अपराधी को वर्ग विशेष या धर्म विशेष का होने पर छूट नहीं दी जानी चाहिए.
यह भी पढे़ं : वरिष्ठ वकील राम जेठमलानी का 95 वर्ष की उम्र में निधन
राजस्थान के चीफ काजी खालिद उस्मानी ने बताया कि सभी धर्म गुरुओं को अपना धर्म बुलाकर यह देखना चाहिए कि हम किस देश के हैं और इसी भावना से सभी को मिलजुलकर आपसी सद्भावना के साथ रहने की जरूरत है. आज की युवा पीढ़ी को सही मार्गदर्शन देने की आवश्यकता है. वहीं डीसीपी नॉर्थ मनोज कुमार ने बताया कि दोनों धर्मों के धर्मगुरुओं को बुलाकर शांति व्यवस्था पर मंथन किया गया, जिसमें आपसी भाईचारे और सद्भावना का संदेश दिया गया.