ETV Bharat / city

पहले होगी संपत्ति की जांच, फिर 25 लाख से ज्यादा की संपत्ति की हो सकेगी रजिस्ट्री - संपत्ति की रजिस्ट्री

पंजीयन एवं मुद्रांक विभाग ने रजिस्ट्री कराने के नियमों में संशोधन किया है. अब 25 लाख से अधिका संपत्ति की रजिस्ट्री कराने से पहले विभाग मौके पर जाकर संपत्ति की जांच करेगा, उसके बाद ही प्रॉपर्टी की रजिस्ट्री हो पाएगी.

Registry of Property, जयपुर न्यूज
author img

By

Published : Oct 29, 2019, 6:34 PM IST

जयपुर. पंजीयन एवं मुद्रांक विभाग ने रजिस्ट्री कराने के नियमों में संशोधन किया है. अब 25 लाख रुपए से अधिक की संपत्ति की रजिस्ट्री कराने पर पहले विभाग मौके पर जाकर संपत्ति की जांच करेगा, उसके बाद ही संपत्ति की रजिस्ट्री हो पाएगी.

25 लाख की संपत्ति की रजिस्ट्री से पहले विभाग करेगा संपत्ति की जांच

इससे पहले रजिस्ट्री के दस्तावेज पेश करने के बाद ही रजिस्ट्री हो जाती थी. अब दस्तावेज जमा कराने के बाद पंजीयन एवं मुद्रांक विभाग संपत्ति की मौके पर जाकर जांच करेगा और दस्तावेजों में पेश की गई जानकारी सही पाए जाने पर ही संपत्ति की रजिस्ट्री की जाएगी.

विभाग को लोगों द्वारा रजिस्ट्री कराने के लिए पंजीयन शुल्क बचाने को लेकर कई बार शिकायतें मिल चुकी थी. लोग दस्तावेजों में संपत्ति का वास्तविक मूल्य नहीं बताते थे. लोग दस्तावेज पेश करने में गड़बड़ियां कर रहे थे. इससे पहले संपत्ति की जांच भी नहीं होती थी. लोग स्टांप ड्यूटी बचाने के लिए मकान को प्लॉट और दुकान को मकान बताकर गलत दस्तावेज पेश करते थे.

पढ़ें- SMS हॉस्पिटल में रेजिडेंट डॉक्टर से मारपीट का मामला, रेजिडेंट्स ने किया 2 घंटे कार्य बहिष्कार

लगातार शिकायतें बढ़ने के कारण मुद्रांक एवं पंजीयन विभाग ने संपत्ति की जांच का निर्णय लिया है. जांच नहीं होने के चलते विभाग को हर साल करोड़ों रुपए के राजस्व की हानि हो रही थी. नियमों में संशोधन होने के बाद अब विभाग का राजस्व भी बढ़ जाएगा और रजिस्ट्री कराने में हो रही गड़बड़ियों पर भी शिकंजा कस जाएगा.

जयपुर. पंजीयन एवं मुद्रांक विभाग ने रजिस्ट्री कराने के नियमों में संशोधन किया है. अब 25 लाख रुपए से अधिक की संपत्ति की रजिस्ट्री कराने पर पहले विभाग मौके पर जाकर संपत्ति की जांच करेगा, उसके बाद ही संपत्ति की रजिस्ट्री हो पाएगी.

25 लाख की संपत्ति की रजिस्ट्री से पहले विभाग करेगा संपत्ति की जांच

इससे पहले रजिस्ट्री के दस्तावेज पेश करने के बाद ही रजिस्ट्री हो जाती थी. अब दस्तावेज जमा कराने के बाद पंजीयन एवं मुद्रांक विभाग संपत्ति की मौके पर जाकर जांच करेगा और दस्तावेजों में पेश की गई जानकारी सही पाए जाने पर ही संपत्ति की रजिस्ट्री की जाएगी.

विभाग को लोगों द्वारा रजिस्ट्री कराने के लिए पंजीयन शुल्क बचाने को लेकर कई बार शिकायतें मिल चुकी थी. लोग दस्तावेजों में संपत्ति का वास्तविक मूल्य नहीं बताते थे. लोग दस्तावेज पेश करने में गड़बड़ियां कर रहे थे. इससे पहले संपत्ति की जांच भी नहीं होती थी. लोग स्टांप ड्यूटी बचाने के लिए मकान को प्लॉट और दुकान को मकान बताकर गलत दस्तावेज पेश करते थे.

पढ़ें- SMS हॉस्पिटल में रेजिडेंट डॉक्टर से मारपीट का मामला, रेजिडेंट्स ने किया 2 घंटे कार्य बहिष्कार

लगातार शिकायतें बढ़ने के कारण मुद्रांक एवं पंजीयन विभाग ने संपत्ति की जांच का निर्णय लिया है. जांच नहीं होने के चलते विभाग को हर साल करोड़ों रुपए के राजस्व की हानि हो रही थी. नियमों में संशोधन होने के बाद अब विभाग का राजस्व भी बढ़ जाएगा और रजिस्ट्री कराने में हो रही गड़बड़ियों पर भी शिकंजा कस जाएगा.

Intro:जयपुर। पंजीयन एवं मुद्रांक विभाग ने रजिस्ट्री कराने के नियमों में संशोधन किया है। अब 25 लाख रुपये से अधिक की संपत्ति की रजिस्ट्री कराने पर पहले विभाग मौके पर जाकर संपत्ति की जांच करेगा उसके बाद ही संपत्ति की रजिस्ट्री हो पाएगी।


Body:इससे पहले रजिस्ट्री के दस्तावेज पेश करने के बाद ही रजिस्ट्री हो जाती थी अब दस्तावेज जमा कराने के बाद पंजीयन एवं मुद्रांक विभाग संपत्ति की मौके पर जाकर जांच करेगा और दस्तावेजों में पेश की गई जानकारी सही पाए जाने पर ही संपत्ति की रजिस्ट्री की जाएगी।
लोगों द्वारा रजिस्ट्री कराने के लिए पंजीयन शुल्क बचाने की विभाग को पहले कई बार शिकायतें मिल चुकी थी और लोग दस्तावेजों में संपत्ति का वास्तविक मूल्य नही बताते थे। लोग दस्तावेज पेश करने में गड़बड़ियां कर रहे थे इससे पहले संपत्ति की जांच भी नहीं होती थी। लोग स्टांप ड्यूटी बचाने के लिए मकान को प्लॉट और दुकान को मकान बताकर गलत दस्तावेज पेश करते थे। लगातार शिकायतें बढ़ने के कारण मुद्रांक एवं पंजीयन विभाग ने संपत्ति की जांच का निर्णय लिया है। जांच नहीं होने के चलते विभाग को हर साल करोड़ों रुपए के राजस्व की हानि हो रही थी। नियमों में संशोधन होने के बाद अब विभाग का राजस्व भी बढ़ जाएगा और रजिस्ट्री कराने में हो रही गड़बड़ियों पर भी शिकंजा कस जाएगा।


Conclusion:
ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.