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जयपुर: सिंधी कैंप बस स्टैंड का पुनर्निर्माण कार्य पूरा, अब संचालन का इंतजार - जयपुर

जयपुर के सिंधी कैंप बस स्टैंड का पुनर्निर्माण कार्य पूरा हो चुका है. हालांकि पूरा बस स्टैंड तो नए सही से नहीं बनाया जा सका है. लेकिन एक हिस्सा बनकर तैयार है. जिसे बने हुए 5 माह से ज्यादा समय बीत चुका है. लेकिन रोवेज प्रशासन शुरू नहीं कर पा रहा है.

सिंधी कैंप बस स्टैंड का पुननिर्माण कार्य पूरा, अब संचालन का इंतजार
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Published : Jul 19, 2019, 8:55 PM IST

जयपुर. राजधानी में सिंधी कैंप बस स्टैंड का पुनर्निर्माण कार्य पूरा हो चुका है. भले ही यह कार्य 100 फीसदी पूरा नहीं हुआ हो. लेकिन भवन में एक हिस्से का निर्माण पूरा कर लिया गया है. यह निर्माण बस संचालक के लिए पूरी तरह से तैयार है. लेकिन प्रशासनिक और राजनीतिक अड़चनों के चलते निर्माण पूरा होने के 5 माह बीतने पर भी शुरू नहीं हो पा रहा है.

दरअसल, सिंधी कैंप का पुनर्निर्माण का कार्य मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने पिछले कार्यकाल में शुरू हुआ था. 6 साल पहले सितंबर 2013 में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने इसका शिलान्यास किया था. तब योजना यह थी कि 50 करोड़ की लागत से तीन मंजिला बस स्टैंड मनाया जाएगा. इसके बाद बीजेपी सरकार में कई बदलावों के साथ बस स्टैंड निर्माण की योजना बनाई गई. पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने इसे तीन मंजिला से बढ़ाकर 13 मंजिला करने बजट 50 करोड़ से बढ़ाकर 110 करोड़ करने की योजना बनाई थी. लेकिन पूर्ववर्ती सरकार में किया गया काम आगे नहीं बढ़ सका.

सिंधी कैंप बस स्टैंड का पुनर्निर्माण कार्य पूरा, अब संचालन का इंतजार

भाजपा सरकार में 4 साल तक बस स्टैंड पर नया बनाया जा रहा भवन खंडहर स्थिति में रहा. इसके बाद पूर्व सीएम राजे ने अपने कार्यकाल के चौथे साल में सिंधी कैंप का कार्य पूरा करने के लिए ₹20 करोड़ का अनुदान जारी किया था. इसी राशि से इसका निर्माण शुरू किया गया. जो इस साल फरवरी माह में पूर्ण कर लिया गया है.

  • नए भवन में बेसमेंट मिनट में दुपहिया और कार पार्किंग बनाई गई है.
  • नए भवन में 70 कार पार्क की होगी क्षमता.
  • ग्राउंड फ्लोर में बसे संचालित होगी 178 बसों की पार्किंग वे बनाए गए.
  • नए भवन से सुपर लग्जरी और डीलक्स बसें ही संचालित होंगी.
  • दिल्ली, लखनऊ, उदयपुर, अहमदाबाद, शिमला, माउंट आबू, जोधपुर जैसे बड़े शहरों को जोड़ेंगे बसें.
  • रोडवेज में डीलक्स डिपो में फिलहाल 80 बसें हो रही हैं संचालित.
  • भवन के फर्स्ट फ्लोर पर 18 दुकानें बनाई यहां यात्री शॉपिंग कर सकेंगे.
  • सेकंड फ्लोर पर होटल और रेस्टोरेंट विकसित होंगे यात्री ठहर सकेंगे खानपान का लुत्फ भी ले सकेंगे.
  • भवन के पिछले हिस्से में पारीक कॉलेज की तरफ से भी निकास द्वार संभव है.
  • बेसमेंट पार्किंग में 700 दोपहिया तक वाहन पार्क हो सकेंगे.

अब सिंधी कैंप बस स्टैंड के नए भवन का लोकार्पण कार्य अटका हुआ है. हालांकि रोडवेज के अधिकारी कह रहे हैं कि इसे अगले महीने से शुरू किया जा सकता है. लेकिन यह निर्माण पूरा होने के 5 माह बाद भी शुरू नहीं हो सका है. दरअसल, सीएम अशोक गहलोत ने पिछले कार्यकाल में जब इसका शिलान्यास किया था. तब पूरे बस स्टैंड का कायाकल्प किया जाना था. लेकिन अब केवल एक हिस्से का ही निर्माण हो सका है. इस वजह से रोडवेज के अधिकारी इतनी हिम्मत नहीं जुटा पा रहे हैं कि सीएम गहलोत से बस स्टैंड के केवल एक हिस्से का लोकार्पण करवा सकें.

वहीं परिवहन मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास भी लोकार्पण को लेकर खास इंटरेस्टेड नहीं है. जबकि भवन शुरू हो तो प्लेटफार्म संख्या दो को प्लेटफार्म 3 पर शिफ्ट करना संभव होगा. जिससे यात्रियों को भारी राहत मिलेगी. उद्घाटन नहीं होने से बड़ा नुकसान भवन और आम जनता को हो रहा है. भवन निर्माण के बाद भी जनता के उपयोग नहीं आ पा रहा है. नए भवन में अंदर बाहर कई लोग बैठे रहते हैं. नए भवन में कुत्तों का जमावड़ा लगा रहता है. देखना होगा कि आम जनता को बस स्टैंड की सौगात कब मिल पाती है.

जयपुर. राजधानी में सिंधी कैंप बस स्टैंड का पुनर्निर्माण कार्य पूरा हो चुका है. भले ही यह कार्य 100 फीसदी पूरा नहीं हुआ हो. लेकिन भवन में एक हिस्से का निर्माण पूरा कर लिया गया है. यह निर्माण बस संचालक के लिए पूरी तरह से तैयार है. लेकिन प्रशासनिक और राजनीतिक अड़चनों के चलते निर्माण पूरा होने के 5 माह बीतने पर भी शुरू नहीं हो पा रहा है.

दरअसल, सिंधी कैंप का पुनर्निर्माण का कार्य मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने पिछले कार्यकाल में शुरू हुआ था. 6 साल पहले सितंबर 2013 में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने इसका शिलान्यास किया था. तब योजना यह थी कि 50 करोड़ की लागत से तीन मंजिला बस स्टैंड मनाया जाएगा. इसके बाद बीजेपी सरकार में कई बदलावों के साथ बस स्टैंड निर्माण की योजना बनाई गई. पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने इसे तीन मंजिला से बढ़ाकर 13 मंजिला करने बजट 50 करोड़ से बढ़ाकर 110 करोड़ करने की योजना बनाई थी. लेकिन पूर्ववर्ती सरकार में किया गया काम आगे नहीं बढ़ सका.

सिंधी कैंप बस स्टैंड का पुनर्निर्माण कार्य पूरा, अब संचालन का इंतजार

भाजपा सरकार में 4 साल तक बस स्टैंड पर नया बनाया जा रहा भवन खंडहर स्थिति में रहा. इसके बाद पूर्व सीएम राजे ने अपने कार्यकाल के चौथे साल में सिंधी कैंप का कार्य पूरा करने के लिए ₹20 करोड़ का अनुदान जारी किया था. इसी राशि से इसका निर्माण शुरू किया गया. जो इस साल फरवरी माह में पूर्ण कर लिया गया है.

  • नए भवन में बेसमेंट मिनट में दुपहिया और कार पार्किंग बनाई गई है.
  • नए भवन में 70 कार पार्क की होगी क्षमता.
  • ग्राउंड फ्लोर में बसे संचालित होगी 178 बसों की पार्किंग वे बनाए गए.
  • नए भवन से सुपर लग्जरी और डीलक्स बसें ही संचालित होंगी.
  • दिल्ली, लखनऊ, उदयपुर, अहमदाबाद, शिमला, माउंट आबू, जोधपुर जैसे बड़े शहरों को जोड़ेंगे बसें.
  • रोडवेज में डीलक्स डिपो में फिलहाल 80 बसें हो रही हैं संचालित.
  • भवन के फर्स्ट फ्लोर पर 18 दुकानें बनाई यहां यात्री शॉपिंग कर सकेंगे.
  • सेकंड फ्लोर पर होटल और रेस्टोरेंट विकसित होंगे यात्री ठहर सकेंगे खानपान का लुत्फ भी ले सकेंगे.
  • भवन के पिछले हिस्से में पारीक कॉलेज की तरफ से भी निकास द्वार संभव है.
  • बेसमेंट पार्किंग में 700 दोपहिया तक वाहन पार्क हो सकेंगे.

अब सिंधी कैंप बस स्टैंड के नए भवन का लोकार्पण कार्य अटका हुआ है. हालांकि रोडवेज के अधिकारी कह रहे हैं कि इसे अगले महीने से शुरू किया जा सकता है. लेकिन यह निर्माण पूरा होने के 5 माह बाद भी शुरू नहीं हो सका है. दरअसल, सीएम अशोक गहलोत ने पिछले कार्यकाल में जब इसका शिलान्यास किया था. तब पूरे बस स्टैंड का कायाकल्प किया जाना था. लेकिन अब केवल एक हिस्से का ही निर्माण हो सका है. इस वजह से रोडवेज के अधिकारी इतनी हिम्मत नहीं जुटा पा रहे हैं कि सीएम गहलोत से बस स्टैंड के केवल एक हिस्से का लोकार्पण करवा सकें.

वहीं परिवहन मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास भी लोकार्पण को लेकर खास इंटरेस्टेड नहीं है. जबकि भवन शुरू हो तो प्लेटफार्म संख्या दो को प्लेटफार्म 3 पर शिफ्ट करना संभव होगा. जिससे यात्रियों को भारी राहत मिलेगी. उद्घाटन नहीं होने से बड़ा नुकसान भवन और आम जनता को हो रहा है. भवन निर्माण के बाद भी जनता के उपयोग नहीं आ पा रहा है. नए भवन में अंदर बाहर कई लोग बैठे रहते हैं. नए भवन में कुत्तों का जमावड़ा लगा रहता है. देखना होगा कि आम जनता को बस स्टैंड की सौगात कब मिल पाती है.

Intro:जयपुर एंकर-- सिंधी कैंप बस स्टैंड का पुनः निर्माण कार्य पूरा हो चुका है ,,,,हालांकि पूरा बस स्टैंड तो नए सही से नहीं बनाया जा सका है ,,,,,लेकिन एक हिस्सा बनकर तैयार है,,, इसे बने हुए 5 माह से ज्यादा समय बीत चुका है ,,,,लेकिन रोड़वेज प्रशासन शुरू नहीं कर पा रहा है ,,,,कैसे बना है, नया बस स्टैंड और क्यों नहीं हो पा रहा है ,शुरू,,,,, क्या आगामी समय में भी यूं ही भुतहा रहेगा भवन ,,--देखिए ये खास रिपोर्ट


Body:वीओ 01 -- राजधानी में सिंधी कैंप बस स्टैंड का पुनर्निर्माण कार्य पूरा हो चुका है ,,,,,भले ही यह कार्य 100 फ़ीसदी पूरा नहीं हुआ हो ,,,,,लेकिन भवन में एक हिस्सेका निर्माण पूरा कर लिया गया है,,,,, यह निर्माण बस संचालक के लिए पूरी तरह से तैयार है,,,, लेकिन प्रशासनिक और राजनीतिक अड़चनों के चलते निर्माण पूरा होने के 5 माह बीतने पर भी शुरू नहीं हो पा रहा है,,,,,, दरअसल सिंधी कैंप का पुनर्निर्माण का का कार्य मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने पिछले कार्यकाल में शुरू हुआ था ,,,,,6 साल पहले सितंबर 2013 में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने इसका शिलान्यास किया था ,,,,,तब योजना यह थी कि 50 करोड़ की लागत से तीन मंजिला बस स्टैंड मनाया जाएगा,,,,,, इसके बाद बीजेपी सरकार में कई बदलावों के साथ बस स्टैंड निर्माण की योजना बनाई गई,,,,,,, पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने इसे तीन मंजिला से बढ़ाकर 13 मंजिला करने बजट 50 करोड़ से बढ़ाकर 110 करोड़ करने की योजना बनाई थी,,,,,, लेकिन पूर्ववर्ती सरकार में किया गया काम आगे नहीं बढ़ सका,,,,,, भाजपा सरकार में 4 साल तक बस स्टैंड पर नया बनाया जा रहा भवन खंडहर स्थिति में रहा,,,,,, इसके बाद पूर्व सीएम राजे ने अपने कार्यकाल के चौथे साल में सिंधी कैंप का कार्य पूरा करने के लिए ₹20 करोड़ का अनुदान जारी किया था,,,,, इसी राशि से इसका निर्माण शुरू किया गया,,,,, जो इस साल फरवरी माह में पूर्ण कर लिया गया है,,,,,,

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--नए भवन में बेसमेंट मिनट में दुपहिया और कार पार्किंग बनाई गई है

-- कार पार्किंग भवन में 22 सिम में भी होगी 70 कार पार्क की छमता

-- ग्राउंड फ्लोर में बसे संचालित होगी 178 बसों की पार्किंग वे बनाए गए

-- सुपर लग्जरी और डीलक्स बसें ही संचालित होंगी नए भवन से

-- दिल्ली लखनऊ उदयपुर अहमदाबाद शिमला माउंट आबू जोधपुर जैसे बड़े शहरों को जोड़ेंगे बसे

-- रोडवेज में डीलक्स डिपो में फिलहाल 80 बसें हो रही हैं संचालित

-- भवन के फर्स्ट फ्लोर पर 18 दुकानें बनाई यहां यात्री शॉपिंग कर सकेंगे

-- सेकंड फ्लोर पर होटल और रेस्टोरेंट विकसित होंगे यात्री ठहर सकेंगे खानपान का लुफ्त भी ले सकेंगे

-- भवन के पिछले हिस्से में पारीक कॉलेज की तरफ से भी निकास द्वार संभव है

-- बेसमेंट पार्किंग में 700 दुपहिया तक वाहन पार्क हो सकेंगे

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वीओ 02 -- अब सिंधी कैंप बस स्टैंड के नए भवन का लोकार्पण कार्य अटका हुआ है,,,,, हालांकि रोडवेज के अधिकारी कह रहे हैं कि इसे अगले महीने से शुरू किया जा सकता है ,,,,,,लेकिन यह निर्माण पूरा होने के 5 माह बाद भी शुरू नहीं हो सका है ,,,,,दरअसल सीएम अशोक गहलोत ने पिछले कार्यकाल में जब इसका शिलान्यास किया था तब पूरे बस स्टैंड का कायाकल्प किया जाना था,,,,,, लेकिन अब केवल एक हिस्से का ही निर्माण हो सका है,,,,, इस वजह से रोडवेज के अधिकारी इतनी हिम्मत नहीं जुटा पा रहे हैं ,,कि सीएम गहलोत से बस स्टैंड के केवल एक हिस्से का लोकार्पण करवा सके,,,,,, वही परिवहन मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास भी लोकार्पण को लेकर खास इंटरेस्टेड नहीं है,,,, जबकि भवन शुरू हो तो प्लेटफार्म संख्या दो को प्लेटफार्म 3 पर शिफ्ट करना संभव होगा ,,,,,,जिससे यात्रियों को भारी राहत मिलेगी,,,,,, उद्घाटन नहीं होने से बड़ा नुकसान भवन और आम जनता को हो रहा है,,,,,, भवन निर्माण के बाद भी जनता के उपयोग नहीं आ पा रहा है,,,,,, नए भवन में अंदर बाहर कई लोग बैठे रहते हैं ,,,,नए भवन में कुत्तों का जमावड़ा लगा रहता है,,,,, देखना होगा कि आम जनता को बस स्टैंड की सौगात कब मिल पाती है,,,,,,

बाइट -- भानु प्रताप सिंह ( मुख्य प्रबंधक सिंधी कैंप बस स्टैंड)


Conclusion:
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