जयपुर. जयपुर ट्रांसपोर्ट की लाइफलाइन कहे जाने वाले JCTSL यानि जयपुर सिटी ट्रांसपोर्ट सर्विस लिमिटेड को ईंधन बचत में अग्रणी रहने पर हाल ही में दिल्ली में सम्मान मिला है. ये सम्मान साल 2018-19 में 5.61 फीसदी के एमपीएल यानि किमी प्रति लीटर की बढ़ोतरी पर मिला था. जेसीटीएसएल ने एक हजार बसों की कैटेगरी में भाग लिया था और 1 साल में की गई ईंधन बचत में पहला स्थान हासिल किया, लेकिन साल भर बाद तो कुछ और ही हकीकत नजर आ रही है.
5 किमी से घटकर 3 किमी हुआ माइलेज....
ईटीवी भारत ने जयपुर की सड़कों पर दौड़ रही लो फ्लोर बसों की रियलिटी चेक की. जिसमें सामने आया, कि हर दिन कई बसें मेंटनेंस के अभाव में ब्रेकडाउन हो जाती हैं. जो बसें चल भी रही हैं, उन्हें भी मेंटनेंस की जरूरत है. इससे साफ है, कि जो बसें पहले 4.5 से 5 किमी प्रति लीटर का माइलेज दिया करती थी. उनका एवरेज घटकर 3 से 4 किमी प्रतिलीटर ही रह गया है. इसके अलावा AC बसों का भी एवरेज 1 किमी प्रतिलीटर कम हुआ है.
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मरम्मत की जरूरत
जेसीटीएसएल के बेड़े में 400 लो फ्लोर बसें हैं. जिनमें से 240 बसें ही चल रही हैं. बाकी बसें डिपो में खड़ी मरम्मत का इंतजार कर रहीं हैं. शहर के 25 रूटों पर ये बसें चलती हैं, लेकिन 150 से ज्यादा बसें खटारा हो चुकी हैं. ऐसे में मेंटनेंस के दावे के साथ-साथ उस सम्मान पर भी सवाल खड़े होते हैं, जो राष्ट्रीय स्तर पर JCTSL को मिला है.