जयपुर. जीएसटी काउंसिल ने आज शनिवार को कोरोना से जुड़ी दवाएं और अन्य राहत सामग्रियों पर मंत्री समूह की सिफारिशों को मंजूर किया. जिसमें रेमडेसिवीर, ऑक्सीमीटर और एंबुलेंस पर टैक्स घटाया गया है. लेकिन जीएसटी काउंसिल की ओर से लिए गए निर्णय की टाइमिंग पर कांग्रेस पार्टी ने सवाल उठाते हुए इसे देर से आने, उसके बाद भी दुरुस्त नहीं आने का उदाहरण माना है.
राजस्थान कांग्रेस (Rajasthan Congress Leaders) के नेताओं ने सीधे तौर पर इसे केवल सरकार की छवि बचाने के प्रयास वाला निर्णय मानते हुए कहा है कि जीएसटी काउंसिल ने दवाइयों और स्वास्थ्य उपकरणों पर केंद्र सरकार ने जो कमी की है, यह कमी मात्र वाहवाही लूटने का एक प्रयास है.
इनकी जिस समय देश को सबसे ज्यादा जरूरत थी, जनता की मांग थी, राहुल गांधी, अशोक गहलोत (Ashok Gehlot) समेत विपक्ष के नेताओं की केंद्र सरकार से मांग थी, उस समय इसे पूरा नही किया गया. उस समय सरकार ने जनता की नहीं सुनी, जब देश में लाखों लोग कोरोना से अपनी जान गंवा रहे थे. आज केंद्र मात्र वाहवाही लूटने का प्रयास कर रही है. अब इनकी स्वस्थ्य उपकरणों और दवाओं जी जरूरत इतनी नहीं है और इनकी खपत भी कम हो रही है.
ऐसे में सरकार का यह प्रयास केवल अपनी कमियों को दूर करने और इमेज मेकिंग का है, लेकिन जनता इसे अच्छे से पहचानती है. यह केवल जनता को भ्रमित करने की बात है. अच्छा होता कि यह निर्णय केंद्र सरकार (Central Government) पहली और दूसरी कोरोना की लहर (Corona First And Second Wave) के समय लेती.