जयपुर. राजस्थान राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग और अक्षय पात्र फाउंडेशन की ओर से सोमवार से एक अनूठी मुहिम की शुरुआत की गई. इस मुहिम के तहत कोरोना से प्रभावित बच्चों को सूखा राशन वितरण कार्यक्रम शुरू किया गया. इसके प्रदेश के 7000 बच्चों को लाभान्वित किया जाएगा. साथ ही बच्चों को स्कूल बैग भी दिया जाएगा.
कोरोना महामारी ने बच्चों से लेकर बुजुर्गों तक हर किसी को प्रभावित किया. सैंकड़ों बच्चे अनाथ हो गए. कोरोना से अनाथ हुए बच्चों के लिए बाल आयोग और अक्षय पात्र फाउंडेशन आगे आए हैं. बाल आयोग ने प्रदेश में ऐसे 7000 बच्चों को चिन्हित किया है. बाल आयोग, अक्षय पात्र फाउंडेशन के सहयोग से इन 7000 बच्चों को सूखा राशन (State child welfare commission ration kits for orphans) वितरित करेगा. इसकी शुरूआत सोमवार से की गई.
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राज्य सरकार की गाइडलाइन को ध्यान में रखते हुए सभी बच्चों को एक जगह एकत्रित नहीं किया गया. सांकेतिक रूप से अभियान की शुरूआत की गई. बाल आयोग अध्यक्ष संगीता बेनीवाल के निर्देशानुसार राशन किट बच्चों के घरों तक पहुंचाया जाएगा. बेनीवाल ने कहा कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की भावना है कि कोई भी व्यक्ति भूखा नहीं सोए. इसी को देखते हुए यह मुहिम शुरू की गई है. अक्षय फाउंडेशन की वैन जाएगी और प्रदेश के 7000 बच्चों को सूखा राशन वितरित करेगी.
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बेनीवाल ने इस नेक कार्य के लिए अक्षय पात्र फाउंडेशन का आभार जताया और कहा कि इनको देखकर अन्य लोग भी इन बच्चों की मदद के लिए आगे आएंगे. साथ ही इन्हें बेहतर शिक्षा, स्वास्थ्य और पोषण दिया जा सकेगा. बेनीवाल ने बच्चों से बातचीत कर उनकी समस्याएं सुनी और उन्हें हर संभव मदद का आश्वासन दिया. इस मौके पर बाल आयोग सदस्य डॉ विजेंद्र सिंह, नुसरत नकवी, अक्षय पात्र फाउंडेशन के प्रतिनिधि रघुपति दास सहित आयोग के अधिकारी कर्मचारी मौजूद रहे.