जयपुर. राजस्थान में जारी सियासी उठापटक में पिछले कुछ दिनों से नेताओं की बयानबाजी जारी है. प्रदेश में आरोप-प्रत्यारोप की हवा जोर-शोर से चल रही है. पिछले एक सप्ताह से इन नेताओं के बीच जुबानी जंग का खेल चल रहा है. हालांकि इन सब के बीच कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ नेता और राष्ट्रीय प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने एक प्रेस कांफ्रेस कर कहा कि प्रदेश में बागी हुए कांग्रेसी विधायक एक परिवार का हिस्सा हैं. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि परिवार की बात को बैठकर सुलझा लिया जाएगा.
वहीं, उन्होंने कहा कि राजस्थान कांग्रेस पार्टी के पास बहुमत है. पार्टी के बहुमत को आज राजस्थान में भाजपा के नेता राठौड़, पूनिया दोनों ने स्वीकारा है. दोनों पीछे हटकर कहते हैं कि भाजपा राष्ट्रपति की मांग नहीं कर रही है. उन्होंने कहा कि कांग्रेस की सरकार को विधानसभा बुलाकर विश्वास मत नहीं लेना चाहिए, उनके इस दो बयानों से ही भाजपा का भंडाफोड़ हो जाता है.
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जहां तक नाराज कांग्रेस विधायकों का प्रश्न है मीडिया के माध्यम से बात नहीं हो सकता है. परिवार का मामला परिवार में बैठकर सुलझेगा, तीसरी बात पायलट और उनके विधायकों को भाजपा की मेहमान नवाजी अस्वीकार करना चाहिए. हरियाणा भाजपा सरकार जिस तरह से मेहमान नवाजी में कर रही है, ये चौकाने वाला है. जिस प्रकार से सैकड़ों की संख्या में हरियाणा पुलिस संरक्षण दे रही है ये सनसनीखेज है. जिस प्रकार से भाजपा से संबंधित वकील कांग्रेस विधायकों का पक्ष रखने के लिए आतुर है ये अपने आप में कहीं ना कहीं इशारा करता है.
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इसलिए मेरा एक बार फिर मीडिया के माध्यम से अनुरोध है कि हम बात करना चाहते हैं, परिवार की बात परिवार में होगी, मीडिया के माध्यम से नहीं हो सकती है. सचिन पायलट से बात कर परिवार में वापस लौट आने के लिए कहा है. कांग्रेस कार्यसमिति के दो वरिष्ठ सदस्यों ने सचिन पायलट से आठ बार बात की है. कांग्रेस के संगठन प्रभारी महासचिव ने दो से तीन बार पायलट से बात की है. ये अब निर्णय उन्हें लेना है कि क्या वे भाजपा के मायावी जाल में फंसना चाहता है, या परिवार में बैठकर मामले को सुलझाना चाहते हैं.