जयपुर. हाल ही में लोकसभा और राज्यसभा में पारित किए गए कृषि से जुड़े विधेयकों के विरोध में विभिन्न किसान संगठनों ने बंद का ऐलान किया है. जिसे किसान महापंचायत ने भी अपना समर्थन दिया है. वहीं इन विधायकों के विरोध में किसान महापंचायत के राष्ट्रीय अध्यक्ष रामपाल जाट ने अपने तीन साथियों के साथ शहीद स्मारक पर धरना दिया.
केंद्र सरकार के खिलाफ दिए गए धरने में सोशल डिस्टेंसिंग की भी पालना की गई. यही कारण रहा कि धरने में महेज रामपाल जाट के साथ तीन ही लोग बैठे और धरना भी महज 2 घंटे के लिए दिया गया. इस दौरान रामपाल जाट ने कहा कि हमने धरने के दौरान केंद्र सरकार की सद्बुद्धि के लिए भगवान से प्रार्थना की है.
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जाट के अनुसार किसानों का यह आंदोलन सत्य अहिंसा और शांति के मार्ग पर चलते हुए किया जाएगा. जाट ने कहा कि मौजूदा कानून किसानों के खिलाफ है. यदि केंद्र सरकार किसानों की हितैषी है तो न्यूनतम समर्थन मूल्य पर खरीद की गारंटी कानून बना दे और एक राष्ट्र एक बाजार के अंतर्गत बनाए गए कानून को वापस ले.
बता दें कि किसानों ने देशव्यापी बंद का एलान किया है. किसानों का हितैषी होने का दावा करने वाली नरेंद्र मोदी सरकार के खिलाफ कई कृषि संगठनों में आक्रोश देखा जा रहा है. यह गुस्सा कृषि सुधार विधेयकों को लेकर है. पीएम मोदी का कहना है कि विपक्ष किसानों को गुमराह कर रहा है. उनके अनुसार इन विधेयकों के पारित हो जाने के बाद किसानों की न सिर्फ आमदनी बढ़ेगी, बल्कि उनके सामने कई विकल्प भी मौजूद होंगे.