जयपुर. भाजपा प्रदेश मुख्य प्रवक्ता और विधायक रामलाल शर्मा ने बहुसंख्यक समाज के लोगों के पर्व पर सरकार द्वारा लगाई जा रही पाबंदियों पर सरकार को घेरा (Ramlal Sharma targets Raj govt on ban on Mahvir Jayanti procession) है. शर्मा ने एक बयान जारी कर कहा कि ब्रिटिश शासन काल के दौरान भी इतने फतवे जारी नहीं किए होंगे, जितने फतवे राजस्थान सरकार जारी कर रही है.
शर्मा ने कहा कि प्रदेश में महावीर जयंती पर सरकार द्वारा शोभायात्रा और जुलूस निकालने पर पाबंदियां लगाने का काम कर रही है, जबकि महावीर जी ने पूरा जीवन सत्य और अहिंसा के मार्ग पर चलते हुए अपने अनुयायियों को सत्य व अहिंसा के मार्ग पर चलने के लिए प्रेरित किया. शर्मा ने कहा कि राज्य सरकार ने इससे पहले भी रामनवमी और चेटीचंड के पर्व पर निकाली जाने वाली शोभायात्रा और जुलूस पर बेरिकेड्स लगाने का काम किया था.
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शर्मा ने कहा कि प्रदेश का माहौल आज इस प्रकार का बन चुका है कि धारा 144 और 107, 116 के नोटिस से हजारों लोगों को पाबंद किया जा रहा है. मेरे ख्याल से ब्रिटिश शासन काल के दौरान इस तरीके के तानाशाही फतवे तो जारी नहीं हुए, जिस तरह के फतवे राजस्थान सरकार जारी कर रही है. शर्मा ने कहा कि हालात ऐसे हो गए कि कई जिला कलेक्टरों ने घरों के अंदर ताले लगाने, अपनी छतों से शोभायात्रा नहीं देख सकते और शोभायात्रा पर पुष्प वर्षा नहीं करने जैसी पाबंदियां लगाई गई हैं. शर्मा ने कहा कि मुझे लगता है कि राजस्थान में मुख्यमंत्री को हस्तक्षेप करके बहुसंख्यक समाज की आस्था के पर्वों को बनाने की इजाजत देनी चाहिए. इन पर्वों की सुनियोजित व्यवस्था प्रशासन को करनी चाहिए.