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भाजपा के दबाव के बाद APO हुए रामगढ़ SHO समेत चार पुलिसकर्मी: रामचरण बोहरा - Ramgarh gang rape case

अलवर के रामगढ़ में सामूहिक दुष्कर्म और पिता की हत्या के मामले में रामगढ़ थाना अधिकारी सहित चार लोगों के लाइन हाजिर होने के मामले में बीजेपी सांसद रामचरण बोहरा ने कहा कि इस मामले में भाजपा ने पुलिस और सरकार पर दबाव बनाया था, जिसके चलते ये कार्रवाई हुई है.

Ramgarh Police Officer APO, Ramgarh gang rape case, MP Ramcharan Bohra
रामगढ़ मामले में सांसद रामचरण बोहरा का बयान
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Published : Jul 2, 2020, 7:46 PM IST

जयपुर. अलवर के रामगढ़ में 18 जून को हुए सामूहिक दुष्कर्म मामले में बनाई गई प्रदेश भाजपा की कमेटी के दौरे और सरकार पर बनाए गए दबाव के चलते रामगढ़ थाने के SHO समेत 4 पुलिसकर्मियों को लाइन हाजिर कर दिया गया. इसमें एएसआई कमालुद्दीन भी शामिल हैं. इसे लेकर सांसद रामचरण बौहरा की अगुवाई में बनी कमेटी ने पुलिस अधीक्षक और डीजीपी को भी शिकायत दर्ज कराई थी.

रामगढ़ सामूहिक दुष्कर्म मामले में चार पुलिसकर्मी लाइन हाजिर

कमेटी में शामिल सांसद जसकौर मीणा, रामचरण बोहरा, बाबा बालक नाथ, पूर्व विधायक ज्ञानदेव आहूजा, मौजूदा विधायक संजय शर्मा और भाजपा प्रदेश विधि विभाग संयोजक सुरेंद्र नरूका ने 28 जून को अलवर के रामगढ़ क्षेत्र में पहुंचकर पीड़ित परिवार से मुलाकात की थी. साथ ही संबंधित जांच में जुटे पुलिस अधिकारियों से भी चर्चा की. इस दौरान जांच में लापरवाही की बात भी सामने आई जिस पर भाजपा नेताओं ने प्रशासन और सरकार पर दोषियों की जल्द गिरफ्तारी को लेकर दबाव भी बनाया.

पढ़ें- अलवर: नाबालिग से दुष्कर्म और पिता की हत्या के मामले में रामगढ़ थाना प्रभारी सहित चार लोग APO

भाजपा नेताओं का यह भी दबाव था कि पुलिस की जांच इस प्रकरण में धीमी गति से चल रही है, जिससे पीड़ित पक्ष को न्याय नहीं मिल पा रहा. कमेटी के प्रमुख सांसद रामचरण बोहरा ने कहा कि अभी 4 दोषियों में से महज एक को ही पुलिस ने गिरफ्तार किया है और उस पर भी उन धाराओं में मामला दर्ज नहीं किया गया, जिसमें होना चाहिए था.

क्या है पूरा मामला

कुछ दिन पहले अलवर के रामगढ़ में एक नाबालिका के साथ दुष्कर्म की घटना हुई. जिसकी शिकायत परिजनों ने पुलिस को दी. इस मामले में पुलिस ने कुछ लोगों को हिरासत में भी लिया. लेकिन इसके बाद भी आरोपी लगातार पीड़िता के पिता और परिजनों को धमका रहे थे.

पढ़ें- पेट्रोल-डीजल पर सबसे अधिक VAT वसूल रही राजस्थान सरकार, थोड़ी सी स्टडी करें खाचरियावास : सराफ

आरोपी मामला वापस लेने को लेकर दबाव बना रहे थे. परिजनों ने इसकी जानकारी भी पुलिस को दी. लेकिन पुलिस की तरफ से इस मामले में कोई कार्रवाई नहीं की गई. जबकि पुलिस पूरे मामले को दबाने में लगी रही. घटना के कुछ दिन बाद ही पीड़िता के पिता का शव घर के पास एक पेड़ पर लटका हुआ मिला. परिजनों ने हत्या का आरोप लगाते हुए कहा कि उसके पिता को कुछ लोग घर से लेकर गए थे. जिसके बाद वो लौटकर नहीं आए. वहीं, अब इस मामले में रामगढ़ थाने के SHO समेत 4 पुलिसकर्मियों को लाइन हाजिर कर दिया गया है.

जयपुर. अलवर के रामगढ़ में 18 जून को हुए सामूहिक दुष्कर्म मामले में बनाई गई प्रदेश भाजपा की कमेटी के दौरे और सरकार पर बनाए गए दबाव के चलते रामगढ़ थाने के SHO समेत 4 पुलिसकर्मियों को लाइन हाजिर कर दिया गया. इसमें एएसआई कमालुद्दीन भी शामिल हैं. इसे लेकर सांसद रामचरण बौहरा की अगुवाई में बनी कमेटी ने पुलिस अधीक्षक और डीजीपी को भी शिकायत दर्ज कराई थी.

रामगढ़ सामूहिक दुष्कर्म मामले में चार पुलिसकर्मी लाइन हाजिर

कमेटी में शामिल सांसद जसकौर मीणा, रामचरण बोहरा, बाबा बालक नाथ, पूर्व विधायक ज्ञानदेव आहूजा, मौजूदा विधायक संजय शर्मा और भाजपा प्रदेश विधि विभाग संयोजक सुरेंद्र नरूका ने 28 जून को अलवर के रामगढ़ क्षेत्र में पहुंचकर पीड़ित परिवार से मुलाकात की थी. साथ ही संबंधित जांच में जुटे पुलिस अधिकारियों से भी चर्चा की. इस दौरान जांच में लापरवाही की बात भी सामने आई जिस पर भाजपा नेताओं ने प्रशासन और सरकार पर दोषियों की जल्द गिरफ्तारी को लेकर दबाव भी बनाया.

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भाजपा नेताओं का यह भी दबाव था कि पुलिस की जांच इस प्रकरण में धीमी गति से चल रही है, जिससे पीड़ित पक्ष को न्याय नहीं मिल पा रहा. कमेटी के प्रमुख सांसद रामचरण बोहरा ने कहा कि अभी 4 दोषियों में से महज एक को ही पुलिस ने गिरफ्तार किया है और उस पर भी उन धाराओं में मामला दर्ज नहीं किया गया, जिसमें होना चाहिए था.

क्या है पूरा मामला

कुछ दिन पहले अलवर के रामगढ़ में एक नाबालिका के साथ दुष्कर्म की घटना हुई. जिसकी शिकायत परिजनों ने पुलिस को दी. इस मामले में पुलिस ने कुछ लोगों को हिरासत में भी लिया. लेकिन इसके बाद भी आरोपी लगातार पीड़िता के पिता और परिजनों को धमका रहे थे.

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आरोपी मामला वापस लेने को लेकर दबाव बना रहे थे. परिजनों ने इसकी जानकारी भी पुलिस को दी. लेकिन पुलिस की तरफ से इस मामले में कोई कार्रवाई नहीं की गई. जबकि पुलिस पूरे मामले को दबाने में लगी रही. घटना के कुछ दिन बाद ही पीड़िता के पिता का शव घर के पास एक पेड़ पर लटका हुआ मिला. परिजनों ने हत्या का आरोप लगाते हुए कहा कि उसके पिता को कुछ लोग घर से लेकर गए थे. जिसके बाद वो लौटकर नहीं आए. वहीं, अब इस मामले में रामगढ़ थाने के SHO समेत 4 पुलिसकर्मियों को लाइन हाजिर कर दिया गया है.

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