जयपुर. राजस्थान क्रिकेट एसोसिएशन के चुनाव को लेकर बुधवार को रामेश्वर डूडी नामांकन दाखिल करने पहुंचे थे. लेकिन, नामांकन दाखिल करने के बाद स्क्रूटनी के दौरान उनके नामांकन को रद्द कर दिया गया. जिसे लेकर रामेश्वर डूडी ने कहा कि हम पूरे नियम और कानूनन चुनावी प्रक्रिया का हिस्सा बनना चाहते थे लेकिन आरसीए चुनाव में सरकार अपना पूरा दखल दे रही है.
रामेश्वर डूडी ने कहा है कि जिस तरह से सरकारी मशीनरी का दुरुपयोग किया जा रहा है और एक व्यक्ति को जिताने के लिए पूरी सरकार लगी हुई है, ऐसे चुनाव को वह अवैध मानते हैं. रामेश्वर डूडी ने कहा कि जिस तरह से उनका नामांकन रद्द किया गया है, वह मामले को लेकर सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाएंगे.
डूडी ने कहा कि चुनावी प्रक्रिया में शामिल होने के लिए हम लोकपाल ज्ञान सुधा मिश्रा का आर्डर भी लेकर आए थे, लेकिन चुनाव अधिकारी ने उसे मानने से मना कर दिया और हमारे नामांकन रद्द कर दिए ऐसे में हम न्यायपालिका का सहारा लेंगे.
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रामेश्वर डूडी ने कहा कि हमें विश्वास है कि न्यायपालिका हमारी बात जरूर सुनेगी. डूडी ने यह भी कहा कि लोकपाल का जो ऑर्डर वह लेकर आए थे उसमें साफ लिखा था कि नागौर, अलवर और श्रीगंगानगर क्रिकेट जिला संघों का डिस एफिलिएशन गलत है और इन जिला संघों को चुनावी प्रक्रिया का हिस्सा बनाया जाए. वहीं, बीसीसीआई की ओर से अपॉइंट किए गए चुनाव अधिकारी आरआर रश्मि की कार्यशैली पर भी डूडी की ओर से सवाल उठाए गए और कहा कि वह सरकार के दबाव में काम कर रहे हैं.