जयपुर. रीट पेपर लीक मामले (reet paper leak case) का आरोपी रामकृपाल मीणा जेडीए की जांच में भूमाफिया निकला. रामकृपाल के एसएस कॉलेज और कब्जे की जमीन की जांच की गई. इसमें अवैध निर्माण के सबूत मिले हैं. रामकृपाल की पत्नी के नाम नोटिस जारी किया गया है. 3 दिन में जवाब नहीं मिलने पर तोड़फोड़ की कार्रवाई का नोटिस भी दिया गया है.
पाप का घड़ा कितना ही बड़ा क्यों न हो एक दिन भरता जरूर है. ये कहावत फिलहाल रीट परीक्षा 2021 पेपर लीक के आरोपी राम कृपाल मीणा पर फिट बैठ रही है. वहीं आरोपी रामकृपाल के खिलाफ एक मामला सामने आया है. राम कृपाल मीणा अब जेडीए की जांच में भी दोषी पाया गया है. रामकृपाल के एसएस कॉलेज और कब्जे की जमीन की जांच में अवैध निर्माण और कब्जे मिलने के सबूत पाए गए हैं. इसे लेकर रामकृपाल की पत्नी के नाम नोटिस भी जारी किया गया है. जेडीए ने चेतावनी दी है कि 3 दिन में यदि जवाब नहीं दिया जाता तो तोड़फोड़ की कार्रवाई की जाएगी.
हाल ही में राजस्थान की एसओजी टीम ने रीट 2021 पेपर लीक केस में एक बड़ा खुलासा किया. इसमें पेपर लीक जयपुर के शिक्षा संकुल से होना बताया गया है. परीक्षा के 1 दिन पहले ही पेपर सवा करोड़ रुपए में बिका था. पेपर लीक करने वाले जयपुर के त्रिवेणी नगर स्थित जगन्नाथ पुरी निवासी राम कृपाल मीणा को एसओजी ने गिरफ्तार किया. राम कृपाल मीणा ने जालौर के रणोदर निवासी उदाराम बिश्नोई को एक करोड़ 22 लाख रुपए में ये पेपर बेचा था. एसओजी की ओर से रीट पेपर लीक प्रकरण का खुलासा करने के बाद बीजेपी और बेरोजगार महासंघ की ओर से सीबीआई जांच की मांग भी उठाई जा रही है.
तीन मंजिला से ज्यादा निर्माणः रामकृपाल ने त्रिवेणी नगर में 657 वर्ग गज सरकारी भूमि पर तीन मंजिल से ज्यादा निर्माण किया हुआ है. इसी तरह 1038 वर्ग गज जमीन पर 9 कमरे बगीचा और चारदीवारी का भी निर्माण किया हुआ है. ये जेडीए की जांच में अवैध पाया गया है.