जयपुर. राजस्थान से राज्यसभा सीट के निर्दलीय उम्मीदवार सुभाष चंद्रा ने 7 जून को पीसी के जरिए आगामी राज्यसभा चुनाव में अपनी जीत के दावे किए. साथ ही पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट से अपनी अहमियत पहचानने वाली बात भी (Subhash Chandra to Sachin Pilot) कही. उनके इन बोलों का पायलट ने ट्वीट के जरिए जवाब दिया है. नेक सलाह से भरे पोस्ट में उन्होंने लिखा है कि 10 जून से पहले वो मैदान छोड़कर Humility यानी विनम्रता से चले जाएं ( Leave The Battle halfway).
चंद्रा की ललकार का जवाब: सुभाष चंद्रा ने पायलट के जख्मों को हरा करने की कोशिश की. उनके इस प्रयास का पायलट ने ट्वीट के जरिए जवाब दिया. पूर्व डिप्टी सीएम ने कारोबारी चंद्रा को चुनाव का मैदान छोड़ने तक की सलाह (Pilot advises Subhash Chandra) दे दी. उन्होंने अपनी नसीहत में ये भी लिखा कि राजनीति टीवी की तरह नहीं जहां आप सुनते हो कि कौन क्या करेगा. अंग्रेजी भाषा में लिखे इस ट्वीट में पायलट ने अपनी बात के अंत में एक इमोजी भी चस्पा किया है, जिसमें व्यंग्य का पुट है.
क्या लिखा है ट्वीट में?: पायलट ने अपने ट्वीट में लिखा (Pilot tweets On Subahash Chandra Remark) है- राजस्थान के "निर्दलीय" उम्मीदवार को कुछ सलाह - 10 तारीख को मतदान से पहले प्रतियोगिता से बाहर होना सबसे अच्छा है. अपमान की बजाए विनम्रता से झुकना बेहतर है. दुर्भाग्य से, राजनीति टीवी श्रृंखला बनाने की तरह नहीं है. जहां आप लोगों को सावधानी से चुनते हैं और तय करते हैं कि कौन क्या करेगा.
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चंद्रा ने कहा था: अपनी पीसी में सुभाष चंद्रा ने सचिन के पिता राजेश पायलट से अपने संबंधों की भी दुहाई दी थी. कहा था- आज उनके पास मौका है, आज यह मौका चूक गये तो 2028 तक सीएम नहीं बनेंगे. सचिन पायलट कांग्रेस के जुझारू नेता हैं. उनके पिता से मेरे बहुत अच्छे संबंध थे.अशोक गहलोत भी हाईकमान को आंख दिखाते हैं उसी तरह सचिन पायलट को भी अब स्टैंड लेना चाहिए. राज्यसभा चुनावों में उनके पास मौका है, अगर वे समर्थन करते हैं तो 2023 में उनके सीएम बनने के चांस बनते हैं अन्यथा 2028 तक कोई चांस नहीं है.