जयपुर. प्रदेश में कोटा के बाद अब मुख्यमंत्री के जिले जोधपुर में बड़ी त्रासदी सामने आई है. यहां एसएन मेडिकल कॉलेज के शिशु रोग विभाग में हर दिन करीब 5 बच्चों की मौत हो रही है. दिसंबर 2019 के आंकड़ों की बात करें तो यहां 146 बच्चों ने दम तोड़ा है. इन आंकड़ों के सामने आने के बाद अब सरकार पूरी तरह बैकफुट पर दिख रही है.
वहीं, विपक्ष पहले से ज्यादा हमलावर हो गया है. ईटीवी भारत से बातचीत में बीजेपी शहर अध्यक्ष मोहनलाल गुप्ता ने कहा कि सरकार प्रदेश की जनता की माई बाप होती है, और इस सरकार के राज में उनके बच्चे मर रहे हैं. लेकिन सरकार के मुखिया सिर्फ अनावश्यक बयानबाजी कर रहे हैं. सीएम ने अब जाकर स्वास्थ्य मंत्री को कोटा भेजा है, उन्हें तो शर्म से डूब मरना चाहिए. उन्होंने सरकार से इस्तीफे की भी मांग की.
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वहीं, पूर्व मंत्री राजपाल सिंह शेखावत ने कहा कि ये सरकार लकवा ग्रस्त सरकार है, जो बीते 1 साल से खुद बेहोशी की हालत में है. इस सरकार के शासन में लगातार सैकड़ों की संख्या में मौतें हो रही हैं और सरकार को इसकी जानकारी तक नहीं रहती. उन्होंने राजस्थान के इतिहास में इसे राजनीति का सबसे दुर्भाग्यपूर्ण दौर बताया.
इसके अलावा जयपुर शहर सांसद रामचरण बोहरा ने भी सरकार को कटघरे किया. उन्होंने कहा कि प्रदेश की सरकार संवेदनशील नहीं है. बीते 1 साल में पता नहीं लगा कि राज्य में सरकार है भी या नहीं. उन्होंने कहा कि प्रदेश में ना कानून व्यवस्था है ना स्वास्थ्य व्यवस्था, सरकार हर पहलू पर फेल हुई है.