जयपुर. राजस्थान विधानसभा में बजट सत्र (Rajasthan Assembly Budget Session 2022) के दौरान रीट पेपर लीक प्रकरण की सीबीआई जांच की मांग (Demand Of CBI Probe In REET Paper Leak) के कारण हंगामा देखने को मिल रहा है. विपक्ष अड़ा है तो सत्ताधारी पार्टी भी अपने अंदाज में मामले को डील (BJP Vs Congress) कर रही है. इस मसले को लेकर सदन की कार्यवाही शुरू होने से पहले उप नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ ने फिर विपक्ष की स्ट्रैटजी को स्पष्ट कर दिया. कह दिया कि हमारा विरोध जारी रहेगा और आज शाम को मुख्यमंत्री को आसानी से जवाब नहीं देने दिया जाएगा.
'घुटने के बल आएगी सरकार': विधानसभा के बाहर मीडिया से रूबरू होते हुए उप नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ ने रीट पेपर लीक जांच सीबीआई से कराने की बात प्रमुखता से जाहिर की. उन्होंने विपक्ष को कटघरे में खड़ा किया और कहा- शिक्षा मंत्री को खुद सीबीआई को जांच के लिए कहना चाहिए. सीबीआई जांच से ही दूध का दूध और पानी का पानी होगा. उन्होंने कहा कि सत्ता पक्ष को घुटने के बल चलने के लिए मजबूर किया जाएगा.
लोकतंत्र में सबसे बड़ा दबाव लोक का होता है और आज बड़ी संख्या में लोक आएंगे और हम सरकार पर दबाव बनाने की कोशिश करेंगे. उन्होंने कहा कि विधानसभा में रणनीति (Rajasthan Assembly Budget Session 2022) को लेकर विधायकों की बैठक में तय किया जाएगा लेकिन यह तय है कि मुख्यमंत्री को आसानी से जवाब नहीं देने दिया जाएगा. प्रश्नकाल को लेकर राजेंद्र राठौड़ ने कहा कि हमारा विरोध उसी तरह से जारी रहेगा.
2016 और 2018 में नई हुआ पेपर आउट: पूर्व शिक्षा मंत्री एवं भाजपा विधायक वासुदेव देवनानी ने भी भाजपा की मंशा जाहिर की. कहा- हम इस मामले को अंतिम परिणाम तक ले जाकर रहेंगे और इसके लिए हम आज सड़क से सदन तक संघर्ष करेंगे. रीट मुद्दे को लेकर हम सदन में भी कार्यवाही नहीं चलने देंगे.
सरकार के दबाव में नहीं आने के सवाल पर वासुदेव देवनानी ने कहा कि सरकार दबाव में है इसीलिए जारोली को बर्खास्त किया और लेवल टू का पेपर रद्द किया. अब हमारी मांग है कि मामले की जांच सीबीआई को दी जाए. बिना सीबीआई जांच के बड़े लोगों को नहीं पकड़ा जा सकता.एसओजी में इतनी ताकत नहीं है कि वह मुख्यमंत्री और मंत्री सुभाष गर्ग से पूछताछ कर सके.
देवनानी ने कांग्रेस के आरोपों को भी खारिज कर दिया उन्होंने कहा कि 2016 और 2018 में कोई पेपर आउट नहीं हुआ. यदि उस समय पेपर आउट हुआ तो कांग्रेस कहां सो रही थी उन्होंने इसका विरोध क्यों नहीं किया. जिस माध्यमिक शिक्षा बोर्ड को परीक्षा कराई उसी को रीट की परीक्षा कराने के लिए क्यों दी? उस समय की सचिव मेघना चौधरी को भी वापस वहीं लगाया गया है.
देवनानी ने कहा कि इससे स्पष्ट है कि 2016 और 2018 में कोई पेपर आउट नहीं हुआ. पूर्व मंत्री ने कहा कि सरकार पूरी तरह से घिर चुकी है, आज नहीं तो कल इन्हें रीट पेपर लीक प्रकरण की सीबीआई से जांच (Demand Of CBI Probe In REET Paper Leak) कराने को मजबूर होना पड़ेगा.
भाजपा अंगद की पांव की तरह डट गई है: भाजपा विधायक रामलाल शर्मा का कहना है कि भाजपा अंगद के पांव की तरह रीट पेपर लीक प्रकरण की सीबीआई जांच की मांग को लेकर डट गई है. विधानसभा कार्यवाही में भाग लेने के लिए पहुंचे भाजपा विधायक रामलाल शर्मा ने कहा कि सदन के बाहर और सदन के अंदर रीट मामले को लेकर हंगामा होगा. बीजेपी की ओर से रीट पेपर लीक की जांच सीबीआई से कराने की मांग को लेकर मंगलवार को बड़ा प्रदर्शन किया जा रहा है. विधानसभा के घेराव में 50 हजार लोग शामिल होंगे और इसमें बेरोजगार संगठन भी भाग लेंगे. सत्ता पक्ष पर रीट मामले की सीबीआइ जांच की मांग को लेकर दबाव बनाया जाएगा.