जयपुर. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से 7 राज्यों में हुई हिंसा की घटनाओं की (Rajendra Rathore Counterattack on CM Gehlot) न्यायिक जांच करवाने के बयान पर भाजपा उपनेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ ने पलटवार किया है. उन्होंने कहा कि सीएम पहले राजस्थान के करौली, मालपुरा, जोधपुर और भीलवाड़ा में हुई हिंसा की घटनाओं की जांच तो करवा लें. गुरुवार शाम राजेंद्र राठौड़ ने कहा कि मुख्यमंत्री को इतना तो ध्यान होना चाहिए कि कानून व्यवस्था राज्य का विषय है. अगर मुख्यमंत्री में दम है तो पहले राजस्थान में हुई हिंसा की घटनाओं की जांच कराएं.
संविधान के ढांचे में राज्य सूची, केंद्र सूची और समवर्ती सूची बनी हुई है. जिसके तहत कानून-व्यवस्था राज्य का विषय है. इस (CM Gehlot challange to Amit shah) पर बिना राज्य सरकार की सिफारिश के केंद्र सरकार जांच कराए, ये संभव नहीं है. राजेंद्र ने कहा अगर मुख्यमंत्री को इतना ही शौक है तो राजस्थान में हुए सांप्रदायिक दंगों की जांच सीबीआई या एनआईए से ही करा लें और इसकी सिफारिश राज्य सरकार केंद्र को भेज दें.
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अमित शाह को दी थी चुनौती: सीएम गहलोत ने उदयपुर में पत्रकारों से बातचीत के दौरान अमित शाह पर तीखा हमला (CM Gehlot In Udaipur On Amit Shah) किया था. शाह को चैलेंज देते हुए करौली की ही तरह 7 अन्य राज्यों में हुए दंगों की जांच करने की बात कही थी. उन्होंने कहा कि अगर गृह मंत्री अमित शाह में दम है तो गृह मंत्रालय की एक कमेटी बनाए जिसमें हाई कोर्ट और सुप्रीम कोर्ट के जज मिलकर इस पूरे मामले की जांच करें. कैसे 7 राज्यों में दंगे लगाए गए? इन की जड़ में कौन है? इनको भड़काने के लिए किन की प्लानिंग थी, इस सबकी जांच कराई जाए.