जयपुर. उप नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ जिला प्रमुख एवं प्रधानों के चुनाव को लेकर भाजपा मुख्यालय में हो रही बैठक में शामिल होने भाजपा मुख्यालय पहुंचे थे. इस दौरान पंचायत चुनाव में भाजपा की जीत को लेकर नेता प्रतिपक्ष ने अपना बयान दिया कि ग्रामीण मतदाताओं ने मौजूदा सरकार पर अपना आक्रोश व्यक्त किया है. यह भाजपा का सरकार के मुंह पर तमाचा है.
उन्होंने कहा कि कांग्रेस सरकार (Rajasthan government) ने कृषि कानूनों या कर्ज माफी के नाम पर किसानों बरगलाने का काम किया लेकिन पंचायत चुनाव परिणाम से यह तय हो गया है कि राजस्थान का किसान का गहलोत सरकार (Gehlot government) से मोह भंग हो चुका है. राजस्थान की राजनीति में दो दशक से हमेशा निकाय का चुनाव परिणाम सत्तारूढ़ पार्टी के पक्ष में ही रहता है. पहली बार सरकार की दूसरी वर्षगांठ से पहले ही जनता का मोह भंग हो गया.
उप नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को नैतिकता के आधार पर हार स्वीकार कर पद छोड़ देना चाहिए. ग्रामीण मतदाताओं ने यह सिद्ध कर दिया है कि कांग्रेस का शासन कुशासन है और उसकी नीति और नियत में खोट है. ग्रामीण मतदाताओं ने बहुत बड़ा झटका कांग्रेस को दिया है.
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बाड़ेबंदी के सवाल पर राजेंद्र राठौड़ ने कहा कि पुलिस का भी कांग्रेसीकरण कर दिया गया है. फतेहपुर में भाजपा कार्यकर्ताओं पर हमला किया गया. येन केन प्रकारेण कांग्रेस दबाव बनाने में है लेकिन भाजपा का कार्यकर्ता किसी भी दबाव के आगे नहीं झुकेगा.
कांग्रेस के खिलाफ लोगों में गुस्सा
उन्होंने कहा कि जिस तरह की दुर्गति इन पंचायत के चुनाव में कांग्रेस हुई है, इससे पहले पहले राजनीति के इतिहास में पहले कभी नहीं हुई. एक दर्जन से ज्यादा मंत्रियों की जिलों में कांग्रेस की हार हुई है, यह कांग्रेस के खिलाफ लोगों का गुस्सा है. उन्होंने कहां कि हमारे कार्यकर्ताओं ने पूरे दमखम के साथ चुनाव लड़ा और कांग्रेस की नीतियों का खुलासा जनता के सामने किया उसी का परिणाम रहा कि हमें चुनाव में जीत हासिल हुई.