जयपुर. राज्यसभा चुनाव में विधायकों की खरीद फरोख्त का जिन्न एक बार फिर से बाहर आ गया है. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने प्रेस वार्ता कर इस मामले में प्रदेश नेताओं से लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तक पर निशाना साधा तो जवाब में भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया और उपनेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ ने भी प्रेस वार्ता कर आरोपों का जवाब दिया. पूनिया ने विरोध पर सरकारी एजेंसियों का दुरुपयोग करने और संघवाद की परंपरा तोड़ने का आरोप लगाया तो, वहीं राठौड़ ने गहलोत पर ही हॉर्स ट्रेडिंग का आरोप लगाया.
CM ने हॉर्स ट्रेडिंग का काम किया
प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए उपनेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ ने कहा कि भाजपा पर खरीद-फरोख्त का आरोप लगाने वाले मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने संविधान के विरुद्ध जाकर हॉर्स ट्रेडिंग का काम किया हैं. उन्होंने बहुजन समाज पार्टी के विधायकों के विलय को आधार बनाकर मुख्यमंत्री पर आरोप लगाए. साथ ही यह भी कहा महज फोन पर दो लोगों की बातचीत को आधार बनाकर खेल रचा जा रहा है, जबकि उनका असली निशाना तो कांग्रेस के भीतर ही है.
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गहलोत राजनीति का गंदा खेल बंद करें
प्रेस वार्ता को नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया ने भी वर्चुअल रूप से संबोधित किया. वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए कटारिया ने प्रेस वार्ता में मुख्यमंत्री की भाषा पर सवाल उठाए. कटारिया ने कहा कि गहलोत को राजनीति का यह गंदा खेल बंद करना चाहिए और पहले खुद के घर को संभालना चाहिए. कटारिया ने कहा यदि आरोप लगाया है तो सरकार उनकी है कार्रवाई करें. लेकिन अपनी समस्या को दूसरों पर ना थोपें. कटारिया ने मुख्यमंत्री गहलोत को चुनौती देते हुए कहा कि मेरे जीवन में कभी कोई काला दाग नहीं लगा और यदि कोई साबित कर देगा तो मैं राजनीति छोड़ दूंगा, वरना मुख्यमंत्री राजनीति छोड़ दे.
2023 में सरकार बनाने की बात मुंगेरीलाल के हसीन सपने जैसा
पूनिया ने कहा कि मुख्यमंत्री बीते 100 दिन में कितनी बार अपने आवास से बाहर निकले यही बता दें लेकिन इस प्रकार की सियासत करके वह न केवल एसओजी और एसीबी जैसी सरकारी एजेंसियों का दुरुपयोग कर रहे हैं, बल्कि इन एजेंसियों को यदि प्रदेश में बढ़ते अपराधों और भ्रष्टाचार को रोकने में उपयोग करते तो ज्यादा बेहतर होता. पूनिया ने कहा पहले मुख्यमंत्री घोड़ों की बात करते थे फिर हाथियों पर आए और अब विधायकों को बकरा मंडी बना दी.
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पूनिया ने कहा कि मुख्यमंत्री प्रेसवार्ता में कहते हैं कि 2023 में सरकार बनाने की तैयारी उन्होंने शुरू कर दी है. पूनिया ने इसे मुंगेरीलाल के हसीन सपने जैसा बताया. पूनिया ने कहा प्रेस वार्ता में अशोक गहलोत ने कोई तार्किक बात नहीं की बस विधायकों को डराने का काम करा ताकि कांग्रेस के ही भीतर बैठे दूसरे गुट के नेता को निपटाया जा सके. पूनिया ने मांग की कि मुख्यमंत्री कम से कम यही बता दे कि आखिर गद्दार कौन है.