जयपुर. जिला प्रमुख और प्रधान के चुनाव (Rajasthan Zila Pramukh Result) में भाजपा को बारां जिले में बड़ा झटका लगा है. पूर्ण बहुमत होने के बावजूद कांग्रेस ने कैबिनेट मंत्री प्रमोद जैन भाया की पत्नी उर्मिला जैन को जिला प्रमुख बनाने में सफलता हासिल कर ली. हालांकि कोटा में लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला और पार्टी की लाज बच गई लेकिन बारां में सांसद दुष्यंत सिंह की प्रतिष्ठा और प्रदेश भाजपा नेतृत्व की संघठनात्मक तैयारियों की हवा निकल गई.
कांग्रेस ने जयपुर का बदला लिया बारां में
कुछ माह पहले जयपुर जिला प्रमुख के चुनाव में भी क्रॉस वोटिंग के जरिए भाजपा ने कांग्रेस खेमे में सेंध लगाकर अपना जिला प्रमुख बनाया था. लेकिन जयपुर का बदला अब कांग्रेस ने बारां (Cross Voting By BJP In Baran) जिले में अपना जिला प्रमुख बनाकर लिया. यहां जिला परिषद में कुल 25 सीटें थी जिसमें 13 पर भाजपा और 12 पर कांग्रेस का कब्जा था. मतलब भाजपा को यहां पूर्ण बहुमत था.बावजूद इसके कांग्रेस की उर्मिला जैन ने जिला प्रमुख का चुनाव 1 मत से जीता. मतलब भाजपा सांसद और पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के पुत्र दुष्यंत सिंह (Former CM Vasundhara Raje Son Dushyant singh In Baran) के संसदीय क्षेत्र में आने वाली इस जिला परिषद प्रमुख के चुनाव में कांग्रेस ने भाजपा से जीते जिला परिषद सदस्यों में ही सेंध लगा दी.
पढ़ें-Karauli Zila Pramukh Election: करौली जिला परिषद में बना कांग्रेस का बोर्ड...शिमला देवी निर्विरोध बनीं जिला प्रमुख
कैबिनेट मंत्री रमेश मीणा के क्षेत्र में लॉटरी ने बचाई भाजपा की लाज
करौली में सपोटरा पंचायत समिति में भाजपा की प्रधान बनी है. सपोटरा कैबिनेट मंत्री रमेश मीणा का क्षेत्र है. लेकिन यहां पंचायत समिति में भाजपा की कमली देवी प्रधान बनी हैं. हालांकि पंचायत समिति प्रधान के चुनाव में भाजपा और कांग्रेस के प्रत्याशियों को 12-12 वोट मिले थे लेकिन लॉटरी के जरिए भाजपा की जीत हुई. यहां भाजपा ने कुछ निर्दलीयों को भी अपने खेमे में लिया था.
2 जिला परिषद मे था बहुमत 1 में बना भाजपा जिला प्रमुख
जिला परिषद सदस्यों के चुनाव परिणाम के बाद 4 में से 2 जिलों कोटा और बारां में भाजपा का कब्जा और बहुमत था. जबकि श्रीगंगानगर और करौली में कांग्रेस के पास पूर्ण बहुमत था लेकिन जिला प्रमुख के चुनाव में अपनों की दगा से भाजपा के हाथ से बारां जिला प्रमुख निकल गया.