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जयपुर: मुकेश भाकर बने राजस्थान यूथ कांग्रेस के नए अध्यक्ष - जयपुर न्यूज

राजस्थान यूथ कांग्रेस के चुनाव परिणाम आ चुके हैं. जिसके अनुसार लाडू विधायक मुकेश भाकर नए अध्यक्ष चुने गऐ है. हालांकि 3 मार्च को परिणाम आने के बाद वोटों के आधार पर सुमित भवासरा को जीता हुआ मान लिया गया था. लेकिन अध्यक्ष पद के प्रत्याशियों ने चुनाव में धांधली का आरोप लगाया. यहां तक की चुनाव प्रक्रिया में हैकिंग की बात सामने आई. वहीं यूथ कांग्रेस की ओर से अज्ञात हैकर्स के खिलाफ मुकदमा भई दर्ज करवाया गया है.

Rajasthan Youth Congress president, यूथ कांग्रेस अध्यक्ष मुकेश भाकर, राजस्थान यूथ कांग्रेस की खबर
मुकेश भाकर बने नए अध्यक्ष
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Published : Apr 7, 2020, 11:46 PM IST

जयपुर. राजस्थान यूथ कांग्रेस के अधिकारिक नतीजे अब सामने आ चुके हैं. नतीजों में साफ हो चुका है कि राजस्थान यूथ कांग्रेस के अध्यक्ष नहीं बल्कि लाडनू से विधायक मुकेश भाकर होंगे. दरअसल 3 मार्च को जब चुनाव के नतीजे जारी किए गए थे उस समय अध्यक्ष के चुनाव परिणाम रोके गए थे, हालांकि किसे कितने वोट मिले थे यह संख्या सामने आ गई थी. जिसके आधार पर सुमित भगासरा को जीता हुआ मान लिया गया था.

लेकिन जैसे ही नतीजे आए उसके बाद से यूथ कांग्रेस के अध्यक्ष के बाकी बचे कैंडिडेट दिल्ली पहुंच गए और इन चुनाव में धांधली का आरोप लगाया. एक प्रत्याशी ने तो यहां तक आरोप लगा दिया कि उसका और उसके परिवार का वोट भी उसे नहीं बल्कि सुमित भगासरा को गया है. इसके बाद इंडियन यूथ कांग्रेस हरकत में आई और इस पूरे मामले में जांच शुरू की गई. यूथ कांग्रेस के नए अध्यक्ष मुकेश भाकर की मानें तो उन्होंने भी हैकिंग की शिकायत की थी और खुद हैकर उनके संपर्क में आए थे. जिसकी जानकारी उन्होंने इंडियन यूथ कांग्रेस को दे दी थी.

ये पढ़ेंः BJP के मुस्लिम नेताओं की जमातियों से अपील, कहा- छिपे नहीं जांच में करें सहयोग ताकि देश हो सके Corona Free

बता दें कि केवल यूथ कांग्रेस के चुनाव नतीजे ही नहीं घोषित किए गए हैं, बल्कि शायद ऐसा पहली बार हुआ होगा कि यूथ कांग्रेस की ओर से एक मुकदमा भी दर्ज करवाया गया हो. यूथ कांग्रेस की ओर से अज्ञात हैकर्स के खिलाफ मुकदमा दर्ज करवाया गया है. इसके साथ ही सुमित भगासरा जो प्रदेश अध्यक्ष पद पर चुनाव लड़े थे. उनके साथ ही चूरू और झुंझुनूं के जिला अध्यक्षों के चुनाव नतीजा होल्ड पर रखा गया है.

जहां एक ओर इस फैसले के बाद मुकेश भाकर और उनके साथी उत्साह में है, वहीं दूसरी ओर इन चुनाव नतीजों के बाद सुमित भगासरा ने आश्चर्य जताते हुए कहा है कि लगातार ऑनलाइन चुनाव की शिकायत हर प्रत्याशी कर रहा था. उसके बावजूद चुनाव ऑनलाइन करवाया गया और जब नतीजे घोषित कर दिए गए उसके बाद 1 महीने में ऐसा क्या हो गया कि नतीजे बदले गए. उन्होंने इस मामले की शिकायत कांग्रेस आलाकमान के पास भेजी है.इसके साथ ही उन्होंने आरोप लगाया कि जब से नतीजे आए हैं उसके बाद से इंडियन यूथ कांग्रेस के कोई भी पदाधिकारी उनका फोन नहीं उठा रहे हैं. उन्होंने कांग्रेस पार्टी से अपील की है कि इस मामले में ट्रांसपेरेंसी रखते हुए दोबारा जांच के बाद ही नतीजे जारी हो.

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खास बात यह है कि अब चुनाव में भले ही नतीजे बदल गए हो लेकिन यूथ कांग्रेस की किरकिरी होना इसमें तय है ,क्योंकि जिस तरीके से पहले ऑनलाइन चुनाव पर सवाल उठे थे उसके बाद नतीजों पर हैकिंग के आरोप लगे और जब अब यह यूथ कांग्रेस खुद यह मान चुकी है कि उनकी प्रणाली में हैकर्स ने सेंध लगाई है. इसी आरोप के साथ उन्होंने मुकदमा भी दर्ज करवाया है, ऐसे में यूथ कांग्रेस आलाकमान पर भी सवाल उठना लाजमी है कि, जब उनकी प्रक्रिया ही ऐसी थी जिसमें हैकर सेंध लगा सकते हैं तो फिर उन्होंने ऑनलाइन चुनाव करवाए ही क्यों ?

इतना ही नहीं अब जो चुनाव परिणाम सामने आए हैं उसके बाद यह नियम भी टूटे हैं कि, जो अध्यक्ष का चुनाव लड़ेंगे उन्हीं में से उपाध्यक्ष भी चुने जाएंगे. लेकिन दूसरे नंबर पर आए अमर दिन फकीर को सामान्य वर्ग से, राकेश मीणा को एसटी वर्ग से और संजीता सिहाग को महिला वर्ग से उपाध्यक्ष चुना गया है. जबकि अध्यक्ष पद पर चुनाव लड़े सतवीर अलोरिया, यशवीर सुरा ,रोमा जैन और परमेंद्र सिहाग को सचिव बनाया गया है. जबकि पहले महासचिव पर हारने वाले ही सचिव बन सकते थे. ऐसे में अब चुनाव के बाद नए नियम भी लगा दिए गए हैं.

जयपुर. राजस्थान यूथ कांग्रेस के अधिकारिक नतीजे अब सामने आ चुके हैं. नतीजों में साफ हो चुका है कि राजस्थान यूथ कांग्रेस के अध्यक्ष नहीं बल्कि लाडनू से विधायक मुकेश भाकर होंगे. दरअसल 3 मार्च को जब चुनाव के नतीजे जारी किए गए थे उस समय अध्यक्ष के चुनाव परिणाम रोके गए थे, हालांकि किसे कितने वोट मिले थे यह संख्या सामने आ गई थी. जिसके आधार पर सुमित भगासरा को जीता हुआ मान लिया गया था.

लेकिन जैसे ही नतीजे आए उसके बाद से यूथ कांग्रेस के अध्यक्ष के बाकी बचे कैंडिडेट दिल्ली पहुंच गए और इन चुनाव में धांधली का आरोप लगाया. एक प्रत्याशी ने तो यहां तक आरोप लगा दिया कि उसका और उसके परिवार का वोट भी उसे नहीं बल्कि सुमित भगासरा को गया है. इसके बाद इंडियन यूथ कांग्रेस हरकत में आई और इस पूरे मामले में जांच शुरू की गई. यूथ कांग्रेस के नए अध्यक्ष मुकेश भाकर की मानें तो उन्होंने भी हैकिंग की शिकायत की थी और खुद हैकर उनके संपर्क में आए थे. जिसकी जानकारी उन्होंने इंडियन यूथ कांग्रेस को दे दी थी.

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बता दें कि केवल यूथ कांग्रेस के चुनाव नतीजे ही नहीं घोषित किए गए हैं, बल्कि शायद ऐसा पहली बार हुआ होगा कि यूथ कांग्रेस की ओर से एक मुकदमा भी दर्ज करवाया गया हो. यूथ कांग्रेस की ओर से अज्ञात हैकर्स के खिलाफ मुकदमा दर्ज करवाया गया है. इसके साथ ही सुमित भगासरा जो प्रदेश अध्यक्ष पद पर चुनाव लड़े थे. उनके साथ ही चूरू और झुंझुनूं के जिला अध्यक्षों के चुनाव नतीजा होल्ड पर रखा गया है.

जहां एक ओर इस फैसले के बाद मुकेश भाकर और उनके साथी उत्साह में है, वहीं दूसरी ओर इन चुनाव नतीजों के बाद सुमित भगासरा ने आश्चर्य जताते हुए कहा है कि लगातार ऑनलाइन चुनाव की शिकायत हर प्रत्याशी कर रहा था. उसके बावजूद चुनाव ऑनलाइन करवाया गया और जब नतीजे घोषित कर दिए गए उसके बाद 1 महीने में ऐसा क्या हो गया कि नतीजे बदले गए. उन्होंने इस मामले की शिकायत कांग्रेस आलाकमान के पास भेजी है.इसके साथ ही उन्होंने आरोप लगाया कि जब से नतीजे आए हैं उसके बाद से इंडियन यूथ कांग्रेस के कोई भी पदाधिकारी उनका फोन नहीं उठा रहे हैं. उन्होंने कांग्रेस पार्टी से अपील की है कि इस मामले में ट्रांसपेरेंसी रखते हुए दोबारा जांच के बाद ही नतीजे जारी हो.

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खास बात यह है कि अब चुनाव में भले ही नतीजे बदल गए हो लेकिन यूथ कांग्रेस की किरकिरी होना इसमें तय है ,क्योंकि जिस तरीके से पहले ऑनलाइन चुनाव पर सवाल उठे थे उसके बाद नतीजों पर हैकिंग के आरोप लगे और जब अब यह यूथ कांग्रेस खुद यह मान चुकी है कि उनकी प्रणाली में हैकर्स ने सेंध लगाई है. इसी आरोप के साथ उन्होंने मुकदमा भी दर्ज करवाया है, ऐसे में यूथ कांग्रेस आलाकमान पर भी सवाल उठना लाजमी है कि, जब उनकी प्रक्रिया ही ऐसी थी जिसमें हैकर सेंध लगा सकते हैं तो फिर उन्होंने ऑनलाइन चुनाव करवाए ही क्यों ?

इतना ही नहीं अब जो चुनाव परिणाम सामने आए हैं उसके बाद यह नियम भी टूटे हैं कि, जो अध्यक्ष का चुनाव लड़ेंगे उन्हीं में से उपाध्यक्ष भी चुने जाएंगे. लेकिन दूसरे नंबर पर आए अमर दिन फकीर को सामान्य वर्ग से, राकेश मीणा को एसटी वर्ग से और संजीता सिहाग को महिला वर्ग से उपाध्यक्ष चुना गया है. जबकि अध्यक्ष पद पर चुनाव लड़े सतवीर अलोरिया, यशवीर सुरा ,रोमा जैन और परमेंद्र सिहाग को सचिव बनाया गया है. जबकि पहले महासचिव पर हारने वाले ही सचिव बन सकते थे. ऐसे में अब चुनाव के बाद नए नियम भी लगा दिए गए हैं.

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