जयपुर. राजस्थान विश्वविद्यालय के कर्मचारी अपनी पांच सूत्रीय मांगों को लेकर पांच दिन से क्रमिक अनशन कर रहे हैं और कुलपति सचिवालय के सामने धरने पर बैठे (RU Employee Andolan) हैं. अब इन कर्मचारियों ने भूख हड़ताल की चेतावनी दी है. आज शनिवार को पत्रकार वार्ता में उन्होंने यह घोषणा की है (RU Employee warn of hunger strike).
प्रयोगशाला परिचारक से प्रयोगशाला सहायक बने कर्मचारियों को वेतनमान और स्थाई करने, आवास आवंटन में पारदर्शिता लागू करने, लिपिक ग्रेड-2 की वरिष्ठता सूची जारी करने और अशैक्षणिक संवर्ग में रोस्टर प्रक्रिया लागू करने की मांग को लेकर कर्मचारी आंदोलन कर रहे हैं. आंदोलनरत कर्मचारियों का नेतृत्व कर रहे राकेश यादव का कहना है कि प्रयोगशाला परिचर से प्रयोगशाला सहायक बने कर्मचारियों को वेतनमान और स्थायीकरण की मांग पुरानी है. इसके साथ ही अशैक्षणिक कर्मचारियों को आवास आवंटन में वरिष्ठता को दरकिनार कर मनमाने तरीके से आवास आवंटन किया जा रहा है. इसके साथ ही रोस्टर प्रक्रिया की मांग भी लंबे समय से की जा रही है. इन मांगों को लेकर कर्मचारी बीते पांच दिनों से कुलपति सचिवालय के सामने धरना दे रहे हैं और क्रमिक अनशन कर रहे हैं लेकिन विश्वविद्यालय प्रशासन उनकी मांगों पर ध्यान नहीं दे रहा है.
2018 में चयनित लिपिक ग्रेड-2 की वरिष्ठता सूची जारी नहीं की गई है. इसे जारी करने की मांग भी आंदोलन कर रहे कर्मचारी कर रहे हैं. इसके साथ ही नियमानुसार रोस्टर संधारित करने की भी मांग है. अनुकंपा नियुक्ति पर लगे कार्मिकों की टाइपिंग परीक्षा में राज्य सरकार की तर्ज पर छूट देने की मांग भी की जा रही है. उनका कहना है कि विश्वविद्यालय प्रशासन की हठधर्मिता से तंग आकर अब उन्होंने भूख हड़ताल करने का फैसला लिया है. उनका कहना है कि 26 जनवरी के बाद कुलपति सचिवालय के बाहर कर्मचारी भूख हड़ताल पर बैठेंगे.