ETV Bharat / city

कोलकाता में ट्रैवल ट्यूरिज्म फेयर का आयोजन, राजस्थान पर्यटन को मिली सराहना

कोलकाता में ट्रैवल टूरिज्म फेयर का आयोजन हुआ. इसमें राजस्थान पर्यटन को काफी सराहना मिली है. राजस्थान पर्यटन की अतिरिक्त निदेशक मनीषा अरोड़ा और संयुक्त निदेशक आनंद त्रिपाठी ने बंगाल की धरती पर रोड शो कर बंगाली और अन्य राज्यों के पर्यटकों को राजस्थान आने का निमंत्रण दिया.

rajasthan tourism,  travel tourism fair
कोलकाता में ट्रैवल ट्यूरिज्म फेयर का आयोजन
author img

By

Published : Mar 1, 2021, 11:01 PM IST

जयपुर. कोलकाता में ट्रैवल टूरिज्म फेयर का आयोजन हुआ. इसमें राजस्थान पर्यटन को काफी सराहना मिली है. एक साल तक कोरोना से त्रस्त पर्यटन उद्योग को जैसलमेर के डेजर्ट फेस्ट के साथ ही मेले उत्सवों के पारंपरिक आयोजन की एक नई शुरुआत मिल गई है. वहीं बंगाल की धरती से 1 साल बाद देश का पहला डॉमेस्टिक टूरिज्म मार्ट यानी ट्रैवल टूरिज्म फेयर का आयोजन नई राह खोल गया है.

पढ़ें: मंगलवार को जयपुर के दौरे पर रहेंगे जेपी नड्डा, पश्चिम बंगाल चुनाव मद्देनजर रहेगा ये कार्यक्रम

कोलकाता में आज 1 मार्च को टीटीएफ का समापन किया गया. यहां राजस्थान पर्यटन ने भी अपना मंडप लगाया जिसे काफी सराहा गया. राजस्थान पर्यटन की अतिरिक्त निदेशक मनीषा अरोड़ा और संयुक्त निदेशक आनंद त्रिपाठी ने बंगाल की धरती पर रोड शो कर बंगाली और अन्य राज्यों के पर्यटकों को राजस्थान आने का निमंत्रण दिया. देश और प्रदेश में पिछले वर्ष मार्च 2020 में ही कोरोना के चलते पर्यटन गतिविधियों को बंद कर दिया गया था.

ट्रैवल ट्यूरिज्म फेयर का आयोजन

ऐसे में दो दर्जन डोमेस्टिक मार्ट और 20 से अधिक राजस्थान में आयोजित होने वाले मेले उत्सवों को रद्द कर दिया गया था. कोरोना संकट के दौर में अकेले राजस्थान में ही पर्यटन उद्योग से जुड़े 20 लाख से ज्यादा लोग प्रत्यक्ष और परोक्ष रूप से बेरोजगार हो गए थे और पर्यटन उद्योग को 10 हजार करोड़ रुपए से अधिक का नुकसान उठाना पड़ा.

अब कोरोना वैक्सीन भी आ चुकी है और कोरोना केस भी कम हो गए हैं. जिसके चलते राजस्थान की धरती से पारंपरिक मेला उत्सव के आयोजन की शुरुआत हो चुकी है और अब बंगाल की धरती से डोमेस्टिक टूरिज्म मार्ट शुरू होने से पर्यटन उद्योग में एक आस जगी है. टीटीएफ कोलकाता में भी राजस्थान पर्यटन शाही गाड़ी पैलेस ऑन व्हील्स, मेले उत्सव, राजस्थानी हस्तशिल्प, व्यंजन और लोक गीत नृत्य को लेकर विशेष रोड शो किया और ट्रैवल एजेंट के साथ मीटिंग्स भी की.

15 दिन में ही बहरोड़ मिडवे ने कमाए 6 लाख रुपए

बहरोड मिडवे ने 15 दिन में ही 6 लाख रुपये की आय प्राप्त की है. रोजाना औसतन 40 हजार रुपए राजस्व मिल रहा है. जबकि एक रेस्टोरेंट और कुछ रूम ही शुरू किए हैं. सभी काउंटर और बार शुरू होने से आय में और भी इजाफा होगा. बहरोड मिडवे पर रोडवेज की जयपुर-दिल्ली मार्ग की 44 बसों का ठहराव हो रहा है. मिडवे के काउंटर्स की निविदा प्रक्रिया शुरू की गई है, नए वित्त वर्ष से शुरुआत संभव है.

जयपुर. कोलकाता में ट्रैवल टूरिज्म फेयर का आयोजन हुआ. इसमें राजस्थान पर्यटन को काफी सराहना मिली है. एक साल तक कोरोना से त्रस्त पर्यटन उद्योग को जैसलमेर के डेजर्ट फेस्ट के साथ ही मेले उत्सवों के पारंपरिक आयोजन की एक नई शुरुआत मिल गई है. वहीं बंगाल की धरती से 1 साल बाद देश का पहला डॉमेस्टिक टूरिज्म मार्ट यानी ट्रैवल टूरिज्म फेयर का आयोजन नई राह खोल गया है.

पढ़ें: मंगलवार को जयपुर के दौरे पर रहेंगे जेपी नड्डा, पश्चिम बंगाल चुनाव मद्देनजर रहेगा ये कार्यक्रम

कोलकाता में आज 1 मार्च को टीटीएफ का समापन किया गया. यहां राजस्थान पर्यटन ने भी अपना मंडप लगाया जिसे काफी सराहा गया. राजस्थान पर्यटन की अतिरिक्त निदेशक मनीषा अरोड़ा और संयुक्त निदेशक आनंद त्रिपाठी ने बंगाल की धरती पर रोड शो कर बंगाली और अन्य राज्यों के पर्यटकों को राजस्थान आने का निमंत्रण दिया. देश और प्रदेश में पिछले वर्ष मार्च 2020 में ही कोरोना के चलते पर्यटन गतिविधियों को बंद कर दिया गया था.

ट्रैवल ट्यूरिज्म फेयर का आयोजन

ऐसे में दो दर्जन डोमेस्टिक मार्ट और 20 से अधिक राजस्थान में आयोजित होने वाले मेले उत्सवों को रद्द कर दिया गया था. कोरोना संकट के दौर में अकेले राजस्थान में ही पर्यटन उद्योग से जुड़े 20 लाख से ज्यादा लोग प्रत्यक्ष और परोक्ष रूप से बेरोजगार हो गए थे और पर्यटन उद्योग को 10 हजार करोड़ रुपए से अधिक का नुकसान उठाना पड़ा.

अब कोरोना वैक्सीन भी आ चुकी है और कोरोना केस भी कम हो गए हैं. जिसके चलते राजस्थान की धरती से पारंपरिक मेला उत्सव के आयोजन की शुरुआत हो चुकी है और अब बंगाल की धरती से डोमेस्टिक टूरिज्म मार्ट शुरू होने से पर्यटन उद्योग में एक आस जगी है. टीटीएफ कोलकाता में भी राजस्थान पर्यटन शाही गाड़ी पैलेस ऑन व्हील्स, मेले उत्सव, राजस्थानी हस्तशिल्प, व्यंजन और लोक गीत नृत्य को लेकर विशेष रोड शो किया और ट्रैवल एजेंट के साथ मीटिंग्स भी की.

15 दिन में ही बहरोड़ मिडवे ने कमाए 6 लाख रुपए

बहरोड मिडवे ने 15 दिन में ही 6 लाख रुपये की आय प्राप्त की है. रोजाना औसतन 40 हजार रुपए राजस्व मिल रहा है. जबकि एक रेस्टोरेंट और कुछ रूम ही शुरू किए हैं. सभी काउंटर और बार शुरू होने से आय में और भी इजाफा होगा. बहरोड मिडवे पर रोडवेज की जयपुर-दिल्ली मार्ग की 44 बसों का ठहराव हो रहा है. मिडवे के काउंटर्स की निविदा प्रक्रिया शुरू की गई है, नए वित्त वर्ष से शुरुआत संभव है.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.