जयपुर. छात्रसंघ चुनाव की तारीखों का एलान करने के साथ ही प्रदेश के प्रमुख छात्र संगठन एनएसयूआई और एबीवीपी के छात्र नेता सक्रिय हो गए हैं. वहीं इस बार आरएलपी भी छात्रसंघ चुनाव में अपने कैंडिडेट को उतारने का मन बना रही है. इस बीच राजस्थान बेरोजगार एकीकृत महासंघ ने राजस्थान विश्वविद्यालय छात्रसंघ चुनाव में पैनल उतारने का एलान किया (Rajasthan Berojgar Ekikrit Mahasangh in student union election) है. जो बेरोजगारी के मुद्दे पर युवाओं से वोट की अपील करेगा.
बेरोजगार एकीकृत महासंघ पहली बार चुनावी मैदान में उतरेगा और मंच होगा राजस्थान विश्वविद्यालय के छात्रसंघ चुनाव. 26 अगस्त को राजस्थान विश्वविद्यालय में छात्रसंघ चुनाव हैं. बेरोजगार एकीकृत महासंघ के अध्यक्ष उपेन यादव ने कहा कि हर बार जाति, धर्म और पार्टीवाद के नाम पर चुनाव लड़े जाते हैं. लेकिन देश और प्रदेश की सबसे बड़ी समस्या है बेरोजगारी. राजस्थान बेरोजगारी में दूसरे नंबर पर है. ऐसे में युवाओं का बड़ा मुद्दा रोजगार होना चाहिए. इसलिए राजस्थान बेरोजगार एकीकृत महासंघ ने फैसला लिया है कि विश्वविद्यालय में होने वाले छात्रसंघ चुनाव में प्रत्याशियों का पैनल उतारेंगे.
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उपेन यादव ने कहा कि वे जाति-धर्म के नाम पर राजनीति करने वालों को चुनौती देंगे. उन्होंने कहा कि उनके पैनल का मुद्दा रोजगार होगा. ताकि प्रदेश के राजनेताओं को पता लग जाए कि राजस्थान में सबसे बड़ी समस्या बेरोजगारी है. यही वजह है कि युवाओं के मुद्दों को उठाने के लिए युवाओं को न्याय दिलाने के लिए रोजगार के नाम पर पहली बार राजस्थान विश्वविद्यालय छात्रसंघ चुनाव में बेरोजगार एकीकृत महासंघ अपना प्रत्याशी उतारेगा. उन्होंने कहा कि इस बार विश्वविद्यालय चुनाव में पार्टीवाद नहीं बल्कि बेरोजगारी का मुद्दा उठेगा. यदि युवाओं को नौकरी मिलेगी तो उनका विकास होगा, युवाओं का विकास होगा, तो प्रदेश का विकास होगा. उन्होंने युवाओं से अपील करते हुए कहा कि जाति-धर्म के नाम पर नहीं इस बार रोजगार-नौकरी सबसे बड़ा मुद्दा होगा.