नई दिल्ली/जयपुर. तिमारपुर थाना पुलिस को एक सूचना मिली थी कि मोनिश दीक्षित नाम का एक 20 वर्षीय लड़का यमुना में कूदकर आत्महत्या कर सकता है. इसके बाद तुरंत ही सीनियर पुलिस अधिकारियों द्वारा लड़के की तलाश के लिए सब इंस्पेक्टर कपिल कुमार और उनके साथ पुलिस कर्मियों को भेजा गया. जब पुलिस टीम यमुना स्थित सिग्नेचर ब्रिज पर पहुंची तो लड़का यमुना में छलांग लगा चुका था. इसके बाद पुलिसकर्मियों द्वारा गोताखोर की मदद से लड़के को बचाया जा सका.
उत्तरी जिले के डीसीपी सागर सिंह कलसी ने बताया कि मोनिश दीक्षित (20) अलवर राजस्थान का रहने वाला है. वह नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी बेंगलुरू से एलएलबी द्वितीय वर्ष का छात्र है. वह अपने परिवार को बिना बताए 27 फरवरी को अपने दोस्तों के साथ पहाड़गंज, नई दिल्ली इलाके में एक होटल में आया और वहीं पर रह रहा था. उसने आत्महत्या करने की इसलिए कोशिश की कि वह थर्ड सेमेस्टर की परीक्षा में फेल हो गया. रिजल्ट आने के बाद से वह परेशान चल रहा था.
पुलिस पूछताछ में मोनिश ने बताया कि एग्जाम में फेल होने के बाद वह अपने टीचर और परिजनों का सामना करने की हिम्मत नहीं जुटा पा रहा था. इसलिए उसने आत्महत्या करने का फैसला लिया और इसके लिए उसने ट्विटर अकाउंट पर ट्वीट भी किया. जिसे उसके परिवार के किसी सदस्य ने पढ़ा और उसके बाद दिल्ली पुलिस को सूचना भी दी.
दिल्ली पुलिस की टीम ने टेक्निकल सर्विलांस की मदद से मोनिश का पता लगाया कि वह कहां पर है. उसके बाद तिमारपुर थाने के एएसआई राजकुमार और हेड कांस्टेबल देवेंद्र ने तुरंत ही गोताखोंरों की मदद से उसे यमुना में डूबने से बचा लिया. युवक को इलाज के लिए आईएसबीटी स्थित ट्रामा सेंटर ले जाया गया, जहां उसका इलाज किया गया और उसकी काउंसलिंग भी कराई जा रही है.