जयपुर. शिक्षा मंत्री बीडी कल्ला ने बुधवार को 10वीं व 12वीं स्टेट ओपन परीक्षा का परिणाम जारी (RSOS 10th 12th Result 2022) किया. 10वीं के छात्रा वर्ग में लक्ष्मी प्रजापत और सरिता 84.60 फीसदी के साथ पहले स्थान पर रहीं. जबकि रुखसार ने 82.20 फीसदी अंक के साथ दूसरा स्थान हासिल किया. जबकि छात्र वर्ग में भरत खटीक 83.60 फीसदी अंक के साथ पहले स्थान पर और सहीराम 80.40 फीसदी के साथ दूसरे स्थान पर रहे.
वहीं 12वीं में सुनीता सोनी 84.20 फीसदी के साथ पहले और आनंदी सोनी 84 फीसदी अंक प्राप्त कर दूसरे स्थान पर काबिज (RSOS 12th Result 2022) हुई. 12वीं छात्र वर्ग में हार्दिक चौधरी ने 90.80 फीसदी के साथ पहले और सौरभ दिवाकर ने 85.40 फीसदी के साथ दूसरा स्थान प्राप्त किया. स्टेट ओपन बोर्ड में पहले और दूसरे स्थान पर रही छात्राओं को मीरा पुरस्कार जबकि छात्रों को एकलव्य पुरस्कार देने की घोषणा की गई है.
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राजस्थान स्टेट ओपन बोर्ड (Rajasthan State Open School) की दसवीं कक्षा में 64 हजार जबकि 12वीं कक्षा में 61 हजार छात्र शामिल हुए थे. स्टेट ओपन बोर्ड का परिणाम जारी करते हुए शिक्षा मंत्री डॉ बीडी कल्ला ने बताया कि कक्षा दसवीं का परिणाम 49.97 प्रतिशत रहा. जिसमें छात्रों का परिणाम 50.10 और छात्राओं का परिणाम 49.90 फीसदी रहा. खास बात ये है कि इस बार परीक्षा परिणाम 12.14 फीसदी ज्यादा रहा है. इसी तरह बारहवीं का परीक्षा परिणाम 57.60 फीसदी रहा. इसमें छात्रों का 58.10 और छात्राओं का 57.27 फीसदी परिणाम रहा. राज्य सरकार ने परीक्षा परिणाम में प्रथम स्थान पर रहने वाले छात्र-छात्राओं को मीरा और एकलव्य पुरस्कार के तहत 21 हजार की नकद राशि और दूसरे स्थान पर रहने वालों को 11 हजार की नकद राशि देने की भी घोषणा की.
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इस दौरान मंत्री बीडी कल्ला ने छात्रों को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि हर व्यक्ति जीवन में आगे बढ़ना चाहता है, पढ़ना चाहता है. लेकिन बिना शिक्षा के उसका जीवन अधूरा रह जाता है. विद्या व्यक्ति को अंधकार से प्रकाश की ओर ले जाती है. ओपन स्कूल की छात्रों ने घर पर रहकर पढ़ाई करते हुए इतना अच्छा रिजल्ट हासिल किया, इसके लिए वे बधाई के पात्र हैं. उन्होंने बताया कि पास होने वाले जिन छात्रों से बात की उन्होंने रेगुलर क्लास में दाखिला लेने पीएमटी और नर्सिंग कंपटीशन एग्जाम्स में पार्टिसिपेट करने की भी बात कही है. ऐसे में स्टेट ओपन ओल्ड से छात्रों में नियमित छात्र बनने की जिज्ञासा बढ़ती है. इस दौरान उन्होंने छात्रों से अपील की कि वो कार्यशील जनसंख्या का हिस्सा बने. जब तक वर्किंग पापुलेशन का हिस्सा नहीं बनेंगे तब तक देश में कैपिटल फॉरमेशन नहीं होगा और कैपिटल फॉरमेशन नहीं होगा, तो नेशनल इनकम नहीं बढ़ेगी.
इस दौरान मौजूद रहे शिक्षा राज्यमंत्री जाहिदा खान ने बताया कि राजस्थान स्टेट ओपन बोर्ड पूरे भारत में पहले पायदान पर है. इसमें छात्र फेल नहीं होते या तो छात्र पास होते हैं या फिर आंशिक पास होते हैं. और 5 साल में 9 बार एग्जाम अटेम्प्ट करने का मौका मिलता है. मीरा और एकलव्य पुरस्कार से विद्यार्थियों में प्रतियोगिता की भावना विकसित होती है. वहीं राज्य सरकार की ओर से जिला स्तर पर भी प्रथम स्थान प्राप्त करने वाली छात्रा और छात्र को पुरस्कार स्वरूप 11 हजार और प्रशस्ति पत्र देकर पुरस्कृत किया जाएगा.