जयपुर. प्रदेश के वरिष्ठ नागरिकों के लिए सुखद खबर. कोरोना महामारी के चलते दो साल से अटकी तीर्थ यात्रा (pilgrimage scheme will start soon) दोबारा शुरू होने जा रही है. इसके लिए जुलाई में ऑनलाइन पोर्टल पर ई-मित्र के जरिए आवेदन किए जाएंगे. संभवतः सितंबर में यात्रा शुरू होगी. इस बार 18 हजार यात्री ट्रेन से जबकि एक हजार से अधिक हवाई यात्रा से तीर्थ पर जाएंगे. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने इसके लिए 30 करोड़ रूपए का बजट रखा है.
धार्मिक स्थलों की संख्या बढ़ाई: देवस्थान मंत्री शंकुतला रावत ने बताया कि राजस्थान वरिष्ठ नागरिक तीर्थ योजना के तहत यात्रीगण ट्रेन के जरिये रामेश्वरम, जगन्नाथपुरी, तिरूपति, द्वारकापुरी, वैष्णोदेवी, दिल्ली-आगरा-मथुरा-वृंदावन, सम्मेदशिखर, पावापुरी जा रहे हैं. राज्य सरकार ने तीर्थ स्थलों का दायरा बढ़ाते हुए गंगासागर, कामाख्या मंदिर और उज्जैन के महाकाल मंदिर को भी जोड़ा है. अब यात्री 11 तीर्थ स्थलों के दर्शन कर सकेंगे. उन्होंने बताया इसी तरह हवाई जहाज के जरिये पशुपतिनाथ-काठमाण्डु (नेपाल)-काठमाण्डू दर्शन कराने का भी सरकार की योजना है. शंकुतला रावत ने कहा कि देवस्थान विभाग के मंदिरों का जीर्णोदार भी किया जा रहा है. साथ ही 100 मंदिरों के साथ विभाग के मंदिरों को ऑनलाइन भी कर रहे हैं. धीरे धीरे सभी मंदिरों को शामिल किया जाएगा.
2 साल से बंद थी धार्मिक यात्रा: देवस्थान मंत्री ने बताया कि कोरोना महामारी के चलते पिछले 2 साल से बंद पड़ी राजस्थान वरिष्ठ नागरिक तीर्थ योजना को को शीघ्र शुरू किया जाएगा. राज्य सरकार लगभग 20 हजार यात्रियों को ट्रेन और वायुयान के जरिए तीर्थ स्थलों का भ्रमण करवाएगी. राजस्थान वरिष्ठ नागरिक तीर्थ योजना के तहत जल्द ही पोर्टल पर आवेदन प्रक्रिया शुरू कर दी जाएगी. इस योजना के तहत 60 वर्ष से अधिक आयु के प्रदेशवासी चयनित तीर्थ स्थलों का भ्रमण करते हैं.