जयपुर. देश में आसमान छूती महंगाई और पेट्रोल, डीजल, गैस की बढ़ती कीमतों के खिलाफ कांग्रेस पार्टी धरने-प्रदर्शन की जगह, अब सीधे आम लोगों से संपर्क करेगी. इसके लिए कांग्रेस पार्टी की जनजागरण अभियान शुरू करने जा रही है. कांग्रेस के जनजागरण अभियान चलाने के पीछे कारण साफ है कि अबतक जो धरने-प्रदर्शन कांग्रेस पार्टी की ओर से किए जा रहे थे, वह कांग्रेस कार्यकर्ताओं तक ही सीमित रहे, लेकिन अब कांग्रेस पार्टी अपने जनजागरण अभियान के तहत निकाली जाने वाली पदयात्रा से सीधे आम जनता तक केंद्र सरकार की गलत नीतियों को पहुंचाएगी.
14 से 29 नवंबर के बीच 7 दिन तक हर राज्य में यह अभियान चलेगा, जिसमें जिला एवं ब्लॉक स्तर पर यह कांग्रेस के नेताओं की ओर से पदयात्रा निकली जाएगी. इस अभियान के जरिए कांग्रेस पार्टी आजादी से पहले जिस तरीके से प्रभात फेरिया और पदयात्रा के जरिए जिस तरीके से जनजागरण और जनआंदोलन करती थी, उसी तरीके से सुबह 6 से 7 बजे तक 7 दिनों तक कांग्रेस नेता और कार्यकर्ताओं की ओर से प्रभात फेरिया और पदयात्रा निकाली जाएगी.
दिल्ली में आज मंगलवार को कांग्रेस पार्टी की ओर से सभी प्रदेश अध्यक्षों और प्रदेश प्रभारीयों के साथ सोनिया गांधी और राहुल गांधी की बैठक का भी एक एजेंडा यही जनजागरण अभियान है. जिसके सहारे कांग्रेस पार्टी अब सीधे आम जनता तक पहुंच बनाना चाहती है.
7 दिनों तक कांग्रेस के नेता-कार्यकर्ता पदयात्रा के जरिये पहुंचेंगे 7 करोड़ राजस्थानियों तक...
कांग्रेस पार्टी की ओर से एक सप्ताह तक चलने वाले जनजागरण अभियान में जिला एवं ब्लॉक कांग्रेस कमेटियों के सभी वरिष्ठ पदाधिकारी, सभी अग्रिम संगठनों, विभागों और प्रकोष्ठ द्वारा प्रत्येक मतदान केंद्र तक पहुंच बनाने के लिए सप्ताहभर पदयात्रा का आयोजन किया जाएगा. जिला एवं ब्लॉक के नेता अपनी पसंद के अनुसार क्षेत्रों को आवंटित कर उन इलाकों में अपने प्रभाव वाले संपर्क क्षेत्र के गांव, कस्बों में रात्रि विश्राम करेंगे.
इस बार कांग्रेस ने आम लोगों से सीधा संवाद करने के लिए सार्वजनिक रैली या बैठक करने की जगह छोटे समूह में जनसंवाद करने का निर्णय लिया है, ताकि केंद्र सरकार की नीतियों के खिलाफ बात आम जनता तक सीधे पहुंचा जा सके. ब्लॉक और जिले के कांग्रेस कार्यकर्ता और नेता इस पदयात्रा के दौरान गांधी टोपी पहन अपने क्षेत्र में पदयात्रा करेंगे तो वहीं राज्य स्तरीय नेता सप्ताह भर की पदयात्रा के लिए अलग-अलग जिलों में 1 दिन का दौरा करेंगे. इस कार्यक्रम के लिए प्रभारी मंत्रियों, संगठन के जिला प्रभारियों को भी यह निर्देश दिए गए हैं कि वह अपने प्रभार वाले जिले के साथ ही अपने विधानसभा क्षेत्र में भी 1 दिन रहेंगे.
सफल जनजागरण अभियान के लिए पहले होगा प्रशिक्षण...
जनजागरण कार्यक्रम सफल हो, इसके लिए कांग्रेस पार्टी ने इस कार्यक्रम के लिए पहले प्रशिक्षण कार्यक्रम भी चलाया जाएगा. इसके लिए प्रदेश कांग्रेस के मुख्यालय सचिव ललित तुनवाल को समन्वयक बनाते हुए 13 सदस्यों वाला जयपुर में एक कंट्रोल रूम स्थापित भी कर दिया गया है, जो एआईसीसी (AICC) के केंद्रीय कंट्रोल रूम के साथ समन्वय तो रखेगा. जिलों से भी सीधा सम्पर्क रखेगा. इसके साथ ही इस कंट्रोल रूम में अग्रिम संगठनों एवं विभागों के एक-एक सदस्य को रखा गया है.
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इस कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए राज्य स्तरीय प्रशिक्षकों को एआईसीसी 2 से 3 दिन का प्रशिक्षण देगी, जो 25 अक्टूबर से शुरू हो चुका है. वहीं, राज्य स्तरीय प्रशिक्षक 30 अक्टूबर तक हर लोकसभा क्षेत्र में 10 प्रशिक्षकों का चयन करेगी, जिन्हें प्रदेश कांग्रेस कमेटी में प्रशिक्षण दिया जाएगा. वहीं, लोकसभा क्षेत्रों के लिए बनाए गए प्रशिक्षक हर विधानसभा में 10 प्रशिक्षकों का चयन करेगी और 2 नवंबर तक हर विधानसभा में 1 दिन का प्रशिक्षण भी कर लिया जाएगा. जनजागरण अभियान में विधानसभा प्रशिक्षक अपने विधानसभा क्षेत्र के 5 से 7 मतदान केंद्रों के समूह वाले सेक्टर में बाटेंगे और 20 कार्यकर्ताओं या इससे अधिक की एक टीम का गठन करेंगे जो 7 नवंबर तक ब्लॉक समितियों से परामर्श कर सप्ताह भर चलने वाले जनसंपर्क आंदोलन का आयोजन करेंगे.