जयपुर. नए साल में राजस्थान पुलिस (Rajasthan police challenges in 2022) के सामने कई प्रकार की चुनौतियां हैं. उन पर विजय पाने के लिए पुलिस के आला अधिकारियों ने विभिन्न प्राथमिकताएं तय की हैं. मुख्यालय की तरफ से अपराध संबंधित और प्रशासनिक कार्य संबंधित (Rajasthan Police Priority For Crime Control) प्राथमिकताएं जारी की गई है.
प्रदेश में लगातार बढ़ रही अवैध मादक पदार्थ, शराब और हथियारों की तस्करी पुलिस के लिए एक बड़ा चैलेंज बनी हुई है. जिसे लेकर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत भी चिंता जाहिर कर चुके हैं. सीएम के निर्देश पर ही पूरे प्रदेश में पुलिस की ओर से तस्करों के खिलाफ स्पेशल ऑपरेशन भी चलाए जा रहे हैं.
यही कारण है कि पुलिस मुख्यालय ने वर्ष 2022 में भी विभिन्न तस्करों पर नकेल कसने के लिए पूरे साल भर विशेष ऑपरेशन चलाने का निर्णय किया है. इसके साथ ही वर्ष 2021 में प्रदेश में अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति के लोगों के साथ अनेक अपराधिक घटनाएं घटित हुई हैं. जिसे देखते हुए नए साल में अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति के लोगों को त्वरित न्याय दिलाने की दिशा में पुलिस काम करेगी.
एडीजी क्राइम डॉ. रवि प्रकाश मेहरड़ा (Conversation with ADG Crime Ravi Prakash Mehrada) ने बताया कि प्रत्येक वर्ष राजस्थान पुलिस की प्राथमिकताएं लगभग समान रहती हैं. कुछ ऐसे विषय है जिस पर ज्यादा फोकस करने की आवश्यकता होती है. उसे प्राथमिकताओं में शामिल किया जाता है. इस वर्ष (ADG Crime Ravi Prakash Mehrada on Crime Control) कमजोर वर्ग, बच्चे, महिलाएं, अनुसूचित जाति जनजाति और वृद्ध जनों के खिलाफ होने वाले अपराधों पर अंकुश लगाना और पीड़ितों को त्वरित न्याय दिलाना पुलिस की सबसे पहली प्राथमिकता है.
इसके अलावा मादक पदार्थ और हथियार तस्करों के खिलाफ सख्त कार्रवाई. आदतन और पेशेवर बदमाशों के खिलाफ सख्त कार्रवाई. इसके साथ ही इस वर्ष राजस्थान पुलिस अपने अनुसंधान की गुणवत्ता और सुपरविजन के स्तर में सुधार करेगी. जिसको लेकर इस विषय को भी प्राथमिकताओं में शामिल किया गया है. इसके साथ ही प्रदेश में होने वाली सड़क दुर्घटनाओं में कमी लाने की दिशा में भी काम करने के बाद आवश्यकता है. जिसे लेकर प्रदेशवासियों को सुगम व सुरक्षित यातायात व्यवस्था सुनिश्चित करना भी पुलिस प्राथमिकताओं में शामिल किया गया है.
इसके अलावा प्रशासनिक प्राथमिकताओं में पुलिस आवास, भवन, पुलिस लाइन में मौजूद पार्को के सौंदर्यीकरण से संबंधित चीजों को शामिल किया गया है. इसके साथ ही प्रत्येक जिला स्तर पर संचालित ट्रेनिंग इंस्टीट्यूट में सूचना प्रौद्योगिकी, यातायात संचालन व कुशल अनुसंधान से संबंधित बिंदुओं को भी प्राथमिकता में शामिल किया गया है. प्रत्येक प्राथमिकता पर डिटेल एसओपी बनाई गई है. जो पुलिस मुख्यालय की संबंधित ब्रांच द्वारा लगातार मॉनिटर की जाएगी. उसके आधार पर एक प्रगति रिपोर्ट बनाकर पुलिस मुख्यालय के आला अधिकारियों को पेश की जाएगी.