जयपुर. नगर निगम चुनाव में इस बार उन भाजपा कार्यकर्ताओं या पूर्व पार्षदों को टिकट नहीं मिलेगा, जिन्होंने पिछले दिनों हुए जयपुर महापौर उपचुनाव में पार्टी प्रत्याशी की पर्दे के पीछे से खिलाफत की थी. भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया ने यह साफ कर दिया है. जयपुर शहर से आने वाले भाजपा विधायकों ने इस संबंध में पिछले दिनों लगातार प्रदेश नेतृत्व पर दबाव बनाया था.
जयपुर शहर से आने वाले भाजपा के विधायक और विधायक प्रत्याशियों का ही यह दबाव था कि प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया ने यह साफ कर दिया कि किसी भी हालत में पार्टी ऐसे कार्यकर्ताओं को टिकट नहीं देगी. हालांकि, उन्होंने यह भी कहा कि वह कार्यकर्ता जिनके खिलाफ पार्टी के पास सबूत हैं केवल उन्हें ही टिकट नहीं मिलेगा. लेकिन जिन कार्यकर्ताओं को आपसी मनमुटाव के तहत मोहरा बनाया जा रहा है और उनका नाम घसीटा जा रहा है उनके नामों को लेकर विचार किया जाएगा.
जयपुर में पत्रकारों से बातचीत के दौरान सतीश पूनिया ने यह भी कहा कि मौजूदा नगर निगम चुनाव में टिकट नहीं मिलने के कारण यदि कोई बगावत करता है और पार्टी के प्रत्याशियों को नुकसान पहुंचाता है तो पार्टी उसके खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई करने में एक मिनट समय नहीं लगाएगी.
'सामान्य वार्डों में आरक्षित उम्मीदवारों को मौका देने से बचेंगे'
सतीश पूनिया ने यह भी कहा कि पार्टी इस बार किसी को वार्ड बदल कर चुनाव लड़ने की अनुमति नहीं देगी. उन्होंने कहा कि प्रयास यह भी किया जाएगा कि सामान्य श्रेणी के वार्ड में किसी आरक्षित को मौका ना मिले. हालांकि, विशेष परिस्थितियों में पार्टी इसमें कुछ बदलाव कर सकती है. लेकिन पूनिया की मानें तो हर वार्ड में टिकट चाहने वालों की लंबी कतार है, ऐसे में इस प्रकार की स्थिति बनेगी ही नहीं.