जयपुर. जिले के पावटा में बीते दिनों दलित दूल्हे की बारात पर हुए पथराव (stone pelting case on dalit procession in jaipur) और हिंसा मामले पर राजस्थान मानवाधिकार आयोग ने (Rajasthan Human Rights Commission took cognizance) संज्ञान लिया है. आयोग अध्यक्ष जस्टिस जीके व्यास (State Human Rights Commission Chairman GK Vyas) ने घटना को गंभीर मानते हुए जयपुर कलेक्टर और पुलिस अधीक्षक ग्रामीण से 28 दिसंबर तक तथ्यात्मक रिपोर्ट मांगी है.
आयोग की ओर से दिए गए नोटिस में कहा गया कि रात 11 बजे पुलिस की मौजूदगी में दलित दूल्हे की बारात पर पथराव हुआ, जिसमें करीब 12 लोग घायल हो गए. यह घटना गंभीर और निंदनीय है. मीडिया में घटना से जुड़ी प्रकाशित खबरों के आधार पर आयोग ने इस पर संज्ञान लेते हुए 28 दिसंबर तक प्रकरण की जांच कर तथ्यात्मक रिपोर्ट पेश करने के निर्देश दिए हैं.
गौरतलब है कि 25 नवंबर को जयपुर जिले के कोटपुतली के पावटा की ग्राम पंचायत कैरोड़ी की ढाणी जटाला में दलित दूल्हे की बारात पर पथराव हुआ था. घटना के दौरान पुलिस प्रशासन भी मौके पर मौजूद था. बावजूद इसके 15 मिनट तक पथराव होता रहा. जिसके चलते मौके पर अफरा-तफरी मच गई, जबकि ढाणी निवासी हरिराम बलाई ने 15 नवंबर को ही पुलिस को परिवाद देकर अपनी पुत्री उषा की शादी की बात कही थी. साथ ही पर्याप्त पुलिस सुरक्षा की मांग भी की थी.